उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने संबोधित किया. उन्होंने अपने भाषण में हमला तो बीजेपी पर किया, लेकिन सीधे तौर पर कांग्रेस नेताओं को नसीहत देते नजर आए. राहुल ने कहा कि हमें लोगों के साथ अपने संबंधों को पुनर्जीवित करना होगा और यह स्वीकार करना होगा कि ये टूट गए थे. हम इसे मजबूत करेंगे. ये किसी शॉर्टकट से नहीं होगा, इसके लिए कड़ी मेहनत और पसीना बहाने की जरूरत है.
राहुल ने कांग्रेस के नेताओं को खरी-खरी सुनाई. कहा- जब भी कांग्रेस के नेता आते हैं तो यही बात करते हैं कि हमें क्या मिलेगा. जबकि होना यह चाहिए कि हम जनता को क्या देंगे, इसलिए यह निर्णय लिया है कि अक्टूबर में पूरी कांग्रेस पार्टी देश की जनता के बीच जाएगी. यात्रा करेगी और जो जनता के साथ कांग्रेस का रिश्ता था और जो है, उसे एक बार फिर से मजबूत करेगी.
बिना पसीने के मजबू नहीं हो सकती पार्टी
उन्होंने कहा कि शॉर्टकट से ये काम नहीं हो सकता है. हम सब यह काम कर सकते हैं. हम सब में यह क्षमता है. उन्होंने कहा कि यह काम बिना पसीने के नहीं किया जा सकता है. यह काम जनता के बीच जाकर पसीने से ही किया जा सकता है. बिना पसीने के कांग्रेस पार्टी को मजबूती नहीं मिल सकती. यह हमारा डीएनए है.
पार्टी में युवाओं को मिलेगी तरजीह
उन्होंने कहा कि हम पैदा ही जनता से हुए हैं. यह संगठन जनता से ही निकला है. हमने यह तय किया है कि एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट मिलेगा. हालांकि दूसरे टिकट के लिए वेणुगोपालजी ने राइडर लगा दिया है कि पांच साल तक मेहनत करना पड़ेगी, मगर अब यह नहीं चलेगा कि एक परिवार के पांच-पांच, छह- छह लोगों को टिकट मिल रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं को अब प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष बनाने में तरजीह मिलेगी. इसका मतलब यह नहीं है कि सीनियर नेता बाहर होंगे, बल्कि दोनों साथ मिलकर काम करेंगे.
राहुल ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी में दलितों का अपमान किया जाता है. वहां कोई अपनी बात नहीं रख सकता है. जबकि कांग्रेस में खुलकर बात रखने की आजादी है. खुले तौर पर चर्चा और संवाद किया जाता है. उन्होंने पूछा- इस देश में कौन सी राजनीतिक पार्टी इस तरह की बातचीत की अनुमति देती है? निश्चित तौर पर बीजेपी और आरएसएस ऐसा कभी नहीं होने देंगे.
क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी से नहीं लड़ सकतीं
उन्होंने कहा कि कभी-कभी सीनियर नेता और कार्यकर्ता डिप्रेशन में चले जाते हैं. ये लड़ाई आसान नहीं है. ये लड़ाई क्षेत्रीय पार्टियां नहीं लड़ सकती हैं. ये विचाराधारा की लड़ाई है. बीजेपी हमेशा कांग्रेस की बात करेगी, लेकिन वे क्षेत्रीय दलों की बात नहीं करेंगे. वे जानते हैं कि क्षेत्रीय दलों का अपना स्पेस है. ये देश की लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं. कांग्रेस के लिए ये देश के भविष्य की लड़ाई है और विचाराधारा की लड़ाई है.
कांग्रेस में चर्चा के लिए हमेशा दरवाजे खुले
उन्होंने कहा कि भारत राज्यों का एक संघ है, भारत के लोग संघ बनाने के लिए एक साथ आते हैं. उन्होंने कहा कि युवाओं के आइडिया महत्वूपर्ण हैं. युवाओं के साथ सीनियर्स का सहयोग भी जरूरी है. राहुल ने कहा कि हमारे कई नेता ऐसे हैं, जो बीजेपी से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्होंने उत्तराखंड के यशपाल आर्य का नाम का लिया और कहा कि उन्होंने मुझे बताया कि बीजेपी में एक दलित होने के कारण उन्हें प्रताड़ित किया गया. लेकिन कांग्रेस ने पार्टी में चर्चा का दरवाजा हमेशा खुला रखा है, जिसे लेकर पार्टी पर रोज हमले भी होते हैं. देश की राजनीति में भी आज कोई भी चर्चा या संवाद नहीं रह गया है. कुछ दिन पहले संसद में मैंने कहा था कि इंडिया एक यूनियन ऑफ स्टेट्स है. जहां राज्य एकसाथ मिलकर केंद्र को बनाते हैं. इसीलिए राज्यों और लोगों को संवाद का मौका दिया जाना चाहिए. आप भारत के लोगों में संवाद करवा सकते हैं या फिर हिंसा को चुन सकते हैं.
मेरे देश में इतनी नफरत-हिंसा नहीं हो सकती
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है. मैं आपके परिवार का हूं. मेरी लड़ाई आरएसएस और बीजेपी की विचाराधारा से है. ये देश के सामने खतरा है. ये नफरत और हिंसा फैलाते हैं. मैं इसके खिलाफ लड़ता हूं और लड़ना चाहता हूं. मेरे लिए ये मेरी जिंदगी की लड़ाई है. मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि मेरे प्यारे देश में इतनी नफरत और हिंसा फैल सकती है. मेरे खिलाफ बीजेपी, आरएसएस और सारे सरकारी संस्थान हैं. हम इन सबसे लड़ रहे हैं.
मैंने भारत माता का एक पैसा नहीं लिया
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को कहना चाहता हूं कि घबराने की जरूरत नहीं है. देश सच्चाई समझता है. लोगों को बात समझ में आ रही है. देश देख रहा है. मैं जिंदगीभर आपके साथ खड़ा हूं और इस लड़ाई को आपके साथ लड़ने जा रहा हूं. मैं इन शक्तियों से नहीं डरता. मैंने अपनी जिंदगी में कोई भष्ट्राचार नहीं किया. मैंने भारत माता से एक पैसा नहीं लिया. मैं सच्चाई बोलने से नहीं डरता हूं. ये लड़ाई हम सबकी है. हम सब एक साथ मिलकर बीजेपी और आरएसएस की विचाराधारा को मिलकर हराएंगे.
अभी देखना हिंदुस्तान में आग लगेगी, लेकिन कांग्रेस बचाएगी
राहुल ने कहा कि अभी देखने को मिलेगा हिंदुस्तान में आग लगेगी. ये जितने संस्थान को तोड़ेंगे और जाति-धर्म की विचाराधारा को दबाएंगे, उतनी ही देश में आग लगेगी. कांग्रेस संस्थानों की रक्षा करने का काम करेगी. हमने कभी भी हिंदुस्तान के संस्थानों पर आक्रमण नहीं किया है. आरएसएस और बीजेपी ये काम कर रही है. हर जगह ये अपने लोग डाल रहे हैं. एक तरफ बेरोजगार है. युवाओं को रास्ता नहीं दिख रहा है. महंगाई है. दूसरी तरफ संस्थानों को तोड़ा जा रहा है. जरूर आग लगेगी. हमारी जिम्मेदारी है कि वो आग ना लगे. हम जनता के बीच जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि इससे हमें फायदा नहीं होगा. ये काम सिर्फ कांग्रेस पार्टी के लोग कर सकते हैं. इस देश में ऐसी कोई जाति-धर्म नहीं है जो ये कह दे कि कांग्रेस ने हमारे लिए दरवाजे बंद कर दिए. क्षेत्रीय पार्टियां जाति की राजनीति करती हैं. कांग्रेस सबके लिए राजनीति करती है. पूरा दम लगाकर बीजेपी-आरएसएस से लड़ेंगे.