केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर राजस्थान सरकार के मंत्री रामलाल जाट ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर सिस्टम हमें ट्रेंड टेररिस्ट के युग में ले जाएगा. केंद्र सरकार को युवाओं के भविष्य को लेकर सोचना चाहिए.
आगे राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि जब एक साल विधायक और सांसद रहने पर ही पेंशन मिल सकती है तो फिर अग्निवीर को पेंशन क्यों नहीं? जबकि अग्निपथ स्कीम में तीन से चार साल नौकरी करने के बाद युवा बेरोजगार हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश के युवा इसे समझेंगे. विपक्ष में होने के चलते हम अग्निपथ योजना का हर प्लेटफॉर्म पर विरोध करेंगे. राहुल गांधी की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दे का समर्थक करते हुए हम देश को जागृत करने का काम करेंगे.
अग्निपथ स्कीम भी वापस लेनी होगी
हाल ही में India Today Conclave में असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने कहा था कि मोदी सरकार फैसले जल्दी में लेती है. जिस तरह किसान बिल वापस लिया गया है, ठीक उसी तरह इन्हें अग्निपथ स्कीम भी वापस लेनी होगी. बता दें कि अग्निपथ स्कीम पर बवाल के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. इसके खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है. अगले सप्ताह से इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.
बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर बिहार, यूपी, हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों में युवाओं ने बवाल किया था. कई ट्रेनों को आग के हवाले भी कर दिया गया था. इस मामले में राज्य सरकारों की ओर से उपद्रवियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है.
क्या है अग्निपथ स्कीम?
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे.
- ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी.
- इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी.
- 30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे.
- पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा.
- चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी.
- सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा.