scorecardresearch
 

जोधपुर: CRPF जवान ने खुद को मारी गोली, 18 घंटे से घर में पत्नी-बेटी को बंधक बनाकर कर रहा था फायरिंग

जोधपुर में CRPF जवान ने अपने परिवार सहित खुद को बंधक बना लिया था. 18 घंटे बाद कांस्टेबल नरेश ने खुद को गोली मार ली.

Advertisement
X
बालकनी में आकर कर रहा फायरिंग (सांकेतिक तस्वीर)
बालकनी में आकर कर रहा फायरिंग (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रात साढ़े आठ बजे के बाद कोई फायर नहीं किया
  • एटीएस व अन्य एजेंसियों के कमांडो पहुंचे ट्रेनिंग सेंटर

जोधपुर स्थित सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में 18 घंटे से पत्नी-बेटी के साथ खुद को बंधक बनाने वाले कांस्टेबल ने खुद को गोली मार ली है. पुलिस कमिश्ननर रविदत्त गौड़ ने इस घटना की पुष्टि की है. दरअसल, कांस्टेबल ने परिवार सहित खुद को बंदी बनाकर घर के कमरे में कैद कर लिया था. 18 घंटे तक उसने ना किसी से बात की और ना ही अधिकारियों एवं परिवार के मनाने पर कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया. बार-बार बालकनी में आकर वह हवाई फायर करता रहा.

Advertisement

17 घंटे बाद कांस्टेबल नरेश ने फोन ऑन किया. नरेश का कहना था कि उसे यहां किसी से भी बात नहीं करनी. उसे यहां के किसी भी अधिकारी पर भरोसा नहीं है. वह सिर्फ सीआरपीएफ के आईजी से बात करेगा जो कि दिल्ली में पोस्टेड हैं. कांस्टेबल की इस बात को सुनकर तुरंत दिल्ली फोन किया गया और आईजी बिना देर किए जोधपुर पहुंच चुके हैं.

बताया जा रहा है कि कांस्टेबल ने पिछले 17 घंटों में 8 राउंड फायर किए. रात साढ़े आठ बजे के बाद उसने फायरिंग नहीं की. इसी बीच परिसर में एटीएस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कमांडो भी वहां पहुंच चुके हैं. वे लोग कांस्टेबल के घर में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन कांस्टेबल ने कमरे में पत्नी और बेटी को बंधक बनाया हुआ है, जिसके चलते कमांडो किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते.

Advertisement

सीआरपीएफ कैंप के अंदर मची अफरा-तफरी
पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में 3 साल से पोस्टेड पाली जिले के राजोला कला निवासी नरेश जाट ने रविवार शाम 5:00 बजे करीब पहला हवाई फायर किया था. जिसके बाद सीआरपीएफ के भीतर अफरा तफरी मच गई. पहले अधिकारियों ने उसे समझाया. लेकिन वह नहीं माना. शराब के नशे में पत्नी और 1 बच्ची को भी उसने अपने साथ घर में बंद कर रखा है. जिसके बाद पाली जिले से उसके पिता व भाई को भी बुलाया गया. पिता ने फोन पर उससे बात की, लेकिन वह शांत नहीं हुआ.

पुलिस के अधिकारी उसके घर के आस पास बने हुए हैं. पाली में यातायात पुलिस में कार्यरत नरेश के भाई ने पुलिस को बताया कि करीब 7-8 महीने पहले उसका एक्सीडेंट हुआ था. उसके बाद से वह चलते-चलते अपना आपा खो देता है. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने नरेश की समझाया. उसके पिता के परिजनों को वहां बुलाया गया. 

जवान के पास है इंसास राइफल
उसका एक भाई जोधपुर एम्स में डॉक्टर है. सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है, उसके पास इंसास राइफल है. उसके पास दो मैगजीन है. एक में 20 राउंड होते हैं. कुल 40 राउंड उसके पास मौजूद है. जिसमें से अभी उसने 8 फायर किए हैं. फिलहाल सीआरपीएफ के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौके के हालात देखकर उसे समझाने का प्रयास कर रहे हैं.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement