राजस्थान के बीकानेर में शनिवार को एक हिरण का शिकार हो गया. ये घटना शाम के करीब 5 बजे वज्जु तहसील में हुई. शिकारियों द्वारा जब हिरण का शिकार किया जा रहा था तब इलाके के सरपंच जयखुश मौके के पर मौजूद थे. उन्होंने साहस दिखाते हुए शिकारियों का पीछा किया और पुलिस को भी इसकी सूचना दी.
सूचना मिलते ही पुलिस भी शिकारियों के पीछे लग गई और करीब 60 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उन्हें पकड़ने में कामयाब रही. इस दौरान शिकारियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की. पुलिस ने कुल पांच शिकारियों को पकड़ने में सफलता पाई और उनकी दो गाड़ियां और हथियार जब्त कर लिए. पुलिस ने मृत हिरण को शिकारियों के कब्जे से लेकर पोस्टमार्टम के लिए पशु चिकित्सालय भेजा.
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पुलिस ने कहा कि पकड़े गए शिकारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी. इलाके में शिकारियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी है. वहीं, हिरण के शिकार को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हैं. लोग पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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बता दें कि किसी भी जानवर को मारने या घायल करने पर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है. संरक्षित जानवरों का शिकार करने पर 3 से 7 साल की जेल और 10 हजार रुपये के जुर्माना या दोनों का प्रावधान है. कुछ मामलों में जुर्माने की राशि को 25 हजार रुपये तक बढ़ाया भी जा सकता है.