दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि ईडी के इतने समन जारी करने के बाद भी वे पेश नहीं हुए. अब ये कोई इतिहास का पहला मामला नहीं है, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर कोई कार्रवाई हुई है.मोदी जी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार की जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल कानून के साथ आंख-मिचौली खेल रहे थे. कानून की नजर में सब समान हैं. कानून अपनी कार्रवाई कर रहा है. संविधान में पद-प्रतिष्ठा और पदनाम कानून के आड़े नहीं आते हैं. इसलिए कानून अपना काम कर रहा है. चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो, अगर उसने भ्रष्टाचार किया है तो नहीं बख्शा जाएगा. जल शक्ति मंत्री ने शुक्रवार को अपने जैसलमेर जिले के दो दिवसीय दौरे के दौरान यह बात कही.
गांधी परिवार के कल्याण को विकास मानती है कांग्रेस
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा, हम गरीब के घर में रोशनी को विकास मानते हैं. मगर, कांग्रेस को गरीब के घर का विकास नहीं दिखाई देता है. कांग्रेस सिर्फ अपने पोषक नेताओं और सोनिया गांधी परिवार के कल्याण को ही विकास मानती है. यह विकास को देखने का अपना-अपना नजरिया है.
अहंकार में डूबी हुई थी कांग्रेस पार्टी, नहीं माना कानून
कांग्रेस के खाते इनकम टैक्स विभाग द्वारा सीज करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अहंकार में डूबी हुई थी. अपने 55 साल के शासन के दौरान उन्होंने अपने रिटर्न तक फाइल नहीं किए. देश के संविधान के अनुसार, किसी भी राजनीतिक दल को जो डोनेशन मिलता है, वह पूरी तरह टेक्स एक्जमटेड होता है. उसके लिए सिर्फ एक रिटर्न दाखिल करना होता है. मगर, कांग्रेस ने अपना संवैधानिक दायित्व का निर्वहन नहीं किया. और तो और नोटिस देने पर उसे इग्नोर किया. अब कोई कानून को न माने, तो कानून अपना काम करेगा.
पहले होती थी आतंकवाद और भ्रष्टाचार की घटनाएं
शेखावत ने कहा कि पिछले 10 साल के कालखंड में ईमानदारी से काम किया गया. इस बार जनता एक तरफ घोटालों की सरकार और दूसरी तरफ ईमानदारी की सरकार के बीच फर्क करके वोट करने वाली है. इसलिए इस बार 400 के पार का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार की घटनाएं मीडिया की सुर्खियां बनी रहती थीं. मगर, आज गरीब के उत्थान से जुड़ी खबरें मीडिया की सुर्खियां बनी रहती हैं.
शेखावत ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में जहां आतंकवादी घटनाओं की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनी रहती थीं. वहीं, आज धरती से लेकर चांद तक भारत की धमक वाली खबरें सुर्खियां बनी रहती हैं. यह भारत का दुनिया में बढ़ता प्रभुत्व है.
शेखावत ने कहा कि देश की जनता को विश्वास है कि भारत तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और मोदी जी विकसित भारत के शिल्पकार हैं. इस मंथन के बाद पार्टी ने इस बार 400 के पार का लक्ष्य रखा है, जिसमें भाजपा अकेले दम पर 370 से अधिक सीटें जीतेगी.
उन्होंने कहा कि राजस्थान से भाजपा 2014 में सभी 25 सीटें जीती थीं. 2019 में भी सभी 25 सीटें जीती और इस चुनाव में हम 25 की 25 सीटों पर कमल खिलाएंगे. मगर, इस बार जीत का अंतर पिछले चुनावों से कहीं अधिक रहेगा.
राजस्थान में पानी की कमी को किया जाएगा दूर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों के दौरान पानी की व्यवस्था को सुचारु किया जाएगा. कांग्रेस ने राजस्थान में पानी को लेकर केवल राजनीति की, जबकि देश में सबसे अधिक 27 हजार करोड़ की धनराशि राजस्थान को दी गई थी. उन्होंने कहा कि पानी राज्य का विषय है, इसलिए उस दिशा में जो काम राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को करने चाहिए थे, वो काम नहीं किए गए.
इसकी वजह से राजस्थान पानी से संबंधित योजनाओं को धरातल पर उतारने में असफल रहा. मगर, अब डबल इंजन की सरकार बन गई है. इसलिए इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया गया है. बाड़मेर और जैसलमेर में जमीन के नीचे बहुत सारा खारा पानी उपलब्ध है, जो 200 मिलियन क्यूबिक मीटर है. इस खारे पानी को शुद्ध करने की प्रक्रिया पर भी तेजी से काम किया जा रहा है. पहले देश में जहां 16 प्रतिशत घरों में नल सुविधा थी. वहीं, पिछले 5 सालो में यह बढ़कर 75 फीसदी हो चुकी है. देश में 12 राज्य ऐसे हैं, जहां पर 100 फीसदी घरों में नल की सुविधा है.
हर क्षेत्र में रोजगार के मौके पैदा किए जाएंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी जी के संकल्प के अनुसार, अगले पांच वर्षों में हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे. स्थानीय स्तर पर नई इंडस्ट्रीज को खड़ा किया जाएगा. शेखावत ने कहा कि किसी भी देश में औधोगिक क्रांति के निवेश के लिए जिन मूलभूत जरूरतों की आवश्यकता होती है, उसमें जमीन पहली प्राथमिकता होती है, जो हमारे पास उपलब्ध है.
दूसरी आवश्यकता बिजली होती है. अभी मुख्यमंत्री भजनलाल जी ने 2.5 गीगावाट का जो एमओयू साइन किया है, उसमें 2 लाख करोड़ का निवेश भी आएगा. उस लिहाज से हमारे पास बिजली सरप्लस में रहेगी और हमारे पास रिन्युअल एनर्जी का भी बहुत स्कोप है. इसीलिए बिजली और अधिक प्रचुरता के साथ उपलब्ध होगी.