जैसलमेर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सम सैंड ड्यून्स पर 73 फर्जी टेंट रिसॉर्ट्स का खुलासा हुआ है. ये फर्जी रिसॉर्ट्स विभिन्न ऑनलाइन वेबसाइट्स पर लिस्टेड हैं, जबकि वास्तव में इनका कोई अस्तित्व नहीं है. इन फर्जी रिसॉर्ट्स के कारण सैलानी ऑनलाइन बुकिंग करने के बाद सम पहुंचते हैं, लेकिन वहां कोई रिसॉर्ट नहीं पाकर ठगी का शिकार हो जाते हैं.
जैसलमेर के सम कैंप एंड रिसॉर्ट्स वेलफेयर सोसाइटी द्वारा इस मामले का खुलासा किया गया. सोसाइटी ने सम पुलिस को 73 फर्जी टेंट रिसॉर्ट्स की सूची सौंपी है, जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
73 फर्जी टेंट रिसॉर्ट्स का खुलासा
जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने भी इन फर्जी रिसॉर्ट्स को हटाने के लिए बुकिंग डॉट कॉम, MakeMyTrip और अगोड़ा जैसी प्रमुख ट्रैवल कंपनियों को पत्र लिखे थे. हालांकि, अब तक इन कंपनियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. इसके चलते अब प्रशासन इन ट्रैवल कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहा है.
इसी बीच, सोमवार को सम पुलिस ने एक संचालित टेंट रिसॉर्ट की वेबसाइट हैक करने के प्रयास में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, ओमप्रकाश चौधरी के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्यटकों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे.
पर्यटन विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इन फर्जी टेंट रिसॉर्ट्स की वजह से जैसलमेर की छवि को नुकसान हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन ने इन फर्जी रिसॉर्ट्स के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है.
सैलानियों से ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर ठगी
जैसलमेर के पर्यटन व्यवसायियों ने भी इस धोखाधड़ी से बचने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया है, जिसमें फर्जी रिसॉर्ट्स को हटाने के लिए ट्रैवल कंपनियों को टैग किया जा रहा है.
वहीं इस मामले पर जिला कलेक्टर प्रतातसिंह नाथावत ने बताया कि सम में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी व लूटखसोट के मामलों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. पर्यटन विभाग के जरिए हमने बुकिंग डॉट कॉम, अगोड़ा और मेक माई ट्रिप जैसी वेब साइट को इस फर्जीवाड़े से अवगत कराया. साथ इन्हें अपनी वेबसाइट से हटाने का आग्रह किया था. लेकिन 20 दिन से भी ज्यादा का समय होने के बाद भी ट्रैवल कंपनियों ने इन फर्जी टेंट रिसोर्टो से नहीं हटाया हैं. इन्हें 2-3 बार रिमाइंडर भी किया हैं. अब इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि पिछले दिनों सप कैंप एंड रिसोर्ट वेलफेयर सोसाईटी के अध्यक्ष कैलाश व्यास व सचिव गुलाम कादर की तरफ से 73 फेक टेंट रिसोर्टो की सूची दी गई. जांच के दौरान पता चला कि इन 73 टेंट रिसोर्टो का कोई वजूद नहीं है. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गलत फोटोग्रा्फस व गलत सूचना देकर पर्यटको के साथ धोखाधड़ी की जा रही है.