राजस्थान के टोंक में एक शख्स ने मामा के नाबालिग बेटे को बंधक बनाकर घर में डकैती की. पीड़ित के शिकायत पर पुलिस में मामले में एफआईआर दर्ज की. जांच के बाद पुलिस ने आरोपी भांजे और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने करीब लूट के 17 लाख रुपये और डकैती में इस्तेमाल पिस्तौल बरामद की है.
पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि टोंक शहर का रहने वाला आमिर मेव अपने मामा के घर आया था. उसे पता था कि उसके मामा (अब्दुल हमीद) ने कुछ दिन पहले किसी से एक प्लॉट का सौदा करीब 20 लाख रुपये में किया था. जयपुर में एक शादी समारोह में भाग लेने के दौरान उसने अपने कुछ साथियों को इस डकैती की योजना में शामिल कर लिया. किसी को शक न हो इसलिए वह जयपुर में अपने मामा और उनके परिवार के साथ रुका.
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'21 लाख रुपये लूटकर हुआ फरार'
इसके बाद तय योजना के अनुसार समीर, नकवी, तोहिद और कुछ अन्य साथी टोंक पहुंचे और 5 मई की रात करीब 11 बजे अब्दुल हमीद के घर पहुंचे और दस्तक देने पर उसके नाबालिग बेटे अमन को बुलाया. दरवाजा खोलकर पिस्तौल दिखाकर बंधक बना लिया. इसके बाद 21 लाख रुपये लूटकर फरार हो गया.
'21 लाख रुपये की रकम में से 17 लाख रुपये बरामद'
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया, संदिग्ध गतिविधियों और लोगों से मिले फीडबैक के चलते आमिर पुलिस के रडार पर आ गया. पूछताछ और आसपास से मिले इनपुट के आधार पर जब पुलिस ने आपराधिक छवि वाले हमीद के भांजे आमिर पर नजर रखनी शुरू की, तो वह पूरी तरह से संदेह के घेरे में आ गया. अब्दुल हमीद के घर से लूटी गई करीब 21 लाख रुपये की रकम में से 17 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं. लूट में जिस पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है.
'आदतन अपराधी है आमिर मेव'
पुलिस अधीक्षक नैन ने बताया कि आमिर पर पहले भी लूट और आर्म्स एक्ट के छह मामले दर्ज हैं, जिनमें एनएच-52 पर वाहन चालकों के साथ लाखों रुपये की लूट के मामले भी शामिल हैं. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह रातों रात करोड़पति बनना चाहता था और आराम की जिंदगी जीना चाहता था. ऐशोआराम की जिंदगी का यही सपना उसने डकैती में शामिल अपने साथियों को भी दिखाया था.