राजस्थान के राजसमंद के केलवाड़ा में पुलिस ने 5 युवकों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री द्वारा कुंभलगढ़ दुर्ग पर दिए गए विवादित बयान के बाद पांच युवकों ने दुर्ग पर भगवा झंडा फहराने की कोशिश की. इस मामले में पुलिस ने पांचों युवकों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है.
बता दें कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री गुरुवार को उदयपुर में धर्मसभा में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कुंभलगढ़ के दुर्ग को लेकर एक विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि हम डरते तो किसी के बाप से नहीं और कुंभलगढ़ के दुर्ग पर भी भगवा झंडा लगाकर रहेंगे. इसी बयान को लेकर धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर पर उदयपुर के हाथीपोल थाने में केस दर्ज हुआ है. एडिशनल एसपी चंद्रसेन ठाकुर ने इसकी पुष्टि की थी.
दरअसल, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. इससे पहले भी वे कई बयान दे चुके हैं. इसी क्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने उदयपुर में कहा, "मुझे डर किसी के बाप से नहीं लगता, कुंभलगढ़ के दुर्ग पर भी भगवा झंडा लगाकर रहेंगे".
धीरेंद्र शास्त्री ने मुंबई में कार्यक्रम के दौरान दिया था ये बयान
इससे पहले कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने मुंबई से सटे मीरा रोड पर अयोजित दरबार में कहा था कि उन्हें किसी को भी प्रमाण देने की जरूरत नहीं है. जिन्हें भी प्रमाण चाहिए वह उनके दिव्य दरबार में आ सकता है. अपने विरोधियों को चुनौती देते हुए बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि जिसे भी खुजली है, वह उनके पास चला आए. वे उसकी खुजली पर मरहम लगाकर उसे दूर कर देंगे.
उन्होंने कहा था कि या तो खुजली नहीं रहेगी या खुजली वाला ही नहीं रहेगा. पहले वह मेरे पागलों (भक्तों) से निपट ले. हमारा तो पूरा भारत है. हम लोगों को जगाकर और उन्हें सनातन से जोड़कर रहेंगे. उन्हें बताएंगे कि भारत के मंत्रों और भारत के ऋषि मुनियों में कितनी ताकत है. धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा था कि किसी को भी अंधविश्वास में बिल्कुल नहीं पड़ना चाहिए. मगर, उन्हें किसी को प्रमाण देने की जरूरत नहीं है. जिसे भी उनसे दिक्कत है, वह उनके पास आकर प्रमाण ले सकता है.