राजस्थान के अलवर में स्थानीय लोगों को एक 10 साल का मादा पैंथर अचेत अवस्था में पड़ा मिला. पैंथर के शरीर पर पुरानी चोटों के निशान थे. घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक पैंथर की जान जा चुकी थी. इसके बाद मृत पैंथर को राजगढ़ क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय परिसर में लाया गया. पोस्टमार्टम के बाद पैंथर का अंतिम संस्कार कर दिया गया. बता दें, राजगढ़-टहला सड़क मार्ग पर कुंडला नाका वीरपुर गांव के देवरा की घाटी के पास 10 साल के एक मादा पैंथर पड़ा मिला था.
वन विभाग के डीएफओ राजेंद्र हुड्डा ने बताया कि राजगढ़ रेंज में कुंडला नाके पर एक मादा पैंथर अचेत अवस्था में पड़ा मिला था और उसके एक पैर पर घाव था, जिसके चलते वह चल नहीं पा रहा था. शुरुआती जांच में पता चला है कि डीहाईड्रेशन की वजह से पैंथर की मौत हुई है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. चिकित्सकों के अनुसार पैंथर की उम्र करीब 10 वर्ष थी.
अचेत अवस्था में पड़ी मिली मादा पैंथर
डीएफओ राजेंद्र हुड्डा ने बताया कि संभवत: आपसी झगड़े में पैंथर के पैर में चोंट लगी हो. जिससे उसे चलने फिरने में परेशानी हुई और वो शिकार नहीं कर सका. क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रथम अशोक शर्मा, डीएसपी मनीषा मीना, थानाधिकारी रामजीलाल मीना सहित अन्य आला-अधिकारियों की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल बोर्ड से मृतक मादा पैंथर का पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय परिसर में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
डिहाइड्रेशन की वजह से 10 साल की मादा पैंथर की मौत
अलवर में भीषण गर्मी पड़ रही है और पिछले दो-तीन दिन से लू भी चल रही है. रात के समय में भी तापमान बढ़ जाता है. ऐसे में समय पर खाना, पानी न मिलने के कारण पैंथर को डिहाइड्रेशन हुआ और 10 साल के मादा पैंथर की मौत हो गई.