राजस्थान के कोटा में डीसीएम रोड़ पर पुराने खिड़की दरवाजे बेचकर भरण-पोषण करने वाले गाड़िया लुहारों को नगर विकास ने हटाना शुरू किया था. इस पर लाडपुरा के पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से बात करके काम बंद करवाया दिया.
कोई गाड़िया लुहार विकास के यज्ञ में आहुति नहीं बनेगा
राजावत ने कहा, "फुटपाथ पर रहकर जीवन-यापन करने वाले 250 परिवारों को अपने पहले कार्यकाल में जेके फैक्ट्री के सामने रीको की खाली जमीन पर बसाया था. पुश्तैनी काम बंद हो जाने के बाद इन लोगों ने पुराने खिड़की दरवाजों की खरीद-फरोख्त का काम शुरू किया था. पूर्व में दशहरा मैदान के विकास के लिए इन्हें हटा दिया गया था. अब न्यास इन्हें डीसीएम रोड़ से भी उजाड़ना चाहता है. मेरे रहते कोई भी गाड़िया लुहार विकास के यज्ञ में आहुति नहीं बनेगा."
सैंकड़ों परिवार पूर्व विधायक के कार्यालय पहुंचे
शुक्रवार को जैसे ही न्यास के ठेकेदार व कर्मी लुहारों के सामान हटाने के लिए पहुंचे तो सैंकड़ों परिवार पूर्व विधायक राजावत के कार्यालय में पहुंच गए. उनसे गुहार करने लगे कि इससे वो बेरोजगार हो जाएंगे. इसके बाद राजावत उनको साथ लेकर मौके पर पहुंचे और काम बंद करवा दिया.
महाराणा प्रताप मार्केट बनवाया जाए
राजावत ने मंत्री शांति धारीवाल से आग्रह किया है कि शहर का खूब विकास करें लेकिन मानवीय दृष्टिकोण भी रखें. गाड़िया लुहार बस्ती की खाली जगह पर महाराणा प्रताप मार्केट बनवाया जाए ताकि ये उस मार्केट में छोटा-मोटा काम करके परिवार का भरण पोषण कर सकें.