राजस्थान के डीग जिले के मेवात इलाके में पांच थानों की पुलिस टीम ने दबिश देकर 23 साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इन सायबर क्रिमिनल्स ने अभी तक करोड़ों रुपए की ठगी करते हुए 1000 से अधिक लोगों को शिकार बनाया था. इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस फिलहाल यह पता करने की कोशिश कर रही है कि इस गैंग के अन्य लोग कहां हैं?
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी फर्जी सिम का इस्तेमाल करते थे. ये लोगों को किराए के फ्लैट दिलाने का झांसा देकर सेक्स चैट के माध्यम से अन्य प्रकार का झांसा देकर ठगी का काम करते थे. ये ठग इलाके के जंगलों में इकट्ठा होकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
यह भी पढ़ें- लखनऊ में रिटायर्ड कर्मी से 16 लाख रुपये की ठगी, CBI अफसर बनकर कॉल किया
गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पता कर रही है पुलिस
फर्जी बैंक अकाउंट में ठगी के शिकार लोगों से रुपए डलवाकर एटीएम के जरिए पैसों को निकाल लिया जाता था. इसके बाद ठगी की रकम का आपस में बंटवारा कर लिया जाता था. गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि इनकी गैंग में और कितने लोग शामिल हैं, जिससे उनको भी गिरफ्तार किया जा सके.
सीकरी, पहाड़ी, जुरहरा, कैथवाड़ा, डीग कोतवाली और रेंज स्पेशल टीम द्वारा ठगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पांच थानों की पुलिस टीम गठित की गई थी. पुलिस द्वारा इन बदमाशों का वह लाइव वीडियो भी पकड़ा गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि यह बदमाश किस तरह से मोबाइल के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं.
14 राज्य के लोगों को बनाया ठगों ने अपना शिकार
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि मेवात इलाके के यह बदमाश देश के 14 राज्य के लोगों को ठगी का शिकार बनाते रहे हैं. सेक्सचैट के जरिए लोगों के साथ सेक्सटॉर्शन करते हैं और ब्लैकमेल कर रुपए हड़पते हैं. उन्होंने बताया कि ठगों को गिरफ्तार करने की यह कार्रवाई पहले से चल रही है. मगर, बीच में लोकसभा चुनाव की वजह से थोड़ी शिथिलता आई थी. मगर, अब एक बार फिर से पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है.