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Rajasthan News: जोधपुर में फ्रांस के रहने वाले एक जोड़े ने हिंदू रीति-रिवाज से प्रभावित होकर दोबारा शादी रचाई. इसके लिए सभी रीति रिवाज निभाए गए. जोड़े ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे भी लिए. पंडित ने वैदिक मंत्रोचार के साथ पाणिग्रहण संस्कार भी करवाया गया. इसमें कन्यादान टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह और पत्नी ने किया.
दरअसल, फ्रांस के रहने वाले एरिक और ग्रैबियल राजस्थानी टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह के संपर्क में हैं. कपल की उम्र 60 साल के आसपास है और उनके बच्चे भी हैं. यह कपल तीन बार भारत घूमने आ चुका है. काशी विश्वनाथ और अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन करने से इनकी हिंदू परंपराओं को लेकर जिज्ञासा बढ़ी.
शादी में शामिल होने आया था फ्रांसीसी कपल
इसी बीच, टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह ने अपने साले के विवाह समारोह में फ्रांसीसी कपल को आमंत्रित किया. लेकिन विवाह 2 दिन बाद है. इससे पहले जोधपुर पहुंचे एरिक ने अपनी शादी दोबारा करने की इच्छा जताई. इसलिए राजपूत समाज की पारंपरिक विधि विधान से उनका विवाह संपन्न करवाया गया. विदेशी जोड़े की शादी में टूरिस्ट के घर-परिवार के लोग ही घराती और बाराती बने.
वरमाला और मंत्रोच्चर
शहर के एक रेस्टोरेंट में फ्रांसीसी कपल का विवाह समारोह सम्पन्न हुआ. दूल्हा बने फ्रांस के एरिक राजशाही अचकन और साफा पहन घोड़ी पर सवार हुए और दुल्हन के द्वार पर पहुंचे. फिर वरमाला भी हुई. जिसके बाद पंडित राजेश दवे ने वैदिक मंत्रोच्चार से विवाह भी करवाया. इन सभी रस्मों की जानकारी भी फ्रेंच कपल को दी गई.
घूंघट में रही विदेशी दुल्हन
पता हो कि राजपूत समाज में दुल्हन घूंघट में रहती है तो फ्रांस के एरिक की दुल्हन को भी घूंघट में रखा गया. मंडप में बैठकर हिंदू रीति-रिवाजों से फेरे भी करवाए गए. वहीं, इस दौरान राजपूती महिलाओं ने मंगल गीत भी गाए.
फ्रांसीसी एरिक ने बताया, मैं भारतीय परंपराओं से काफी प्रभावित हूं. दोस्त भुजपाल सिंह (टूरिस्ट गाइड) ने जब मुझे शादी में आमंत्रित किया, तो लगा क्यों न ग्रैबियल के साथ मैं भी भारतीय परंपरा से शादी करूं. ताकि हम दोनों का प्यार सात जन्मों तक बना रहे, इसलिए हमने हिंदू रीति रिवाज से दोबारा शादी रचाई है.