राजस्थान के जोधपुर में हुए एक नाबालिग दलित लड़की से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इसके बाद तीन आरोपी कोर्ट रूम के बाहर फूट-फूटकर रोने लगे. तीनों ने कोर्ट में अपनी गलती मानी और सिर पकड़कर जोर-जोर से रोते रहे.
जांच अधिकारी एडीसीपी निशांत भारद्वाज सहित कई पुलिसकर्मी कोर्ट में मौजूद थे और कोर्ट रूम खचाखच भरा था. जज सूर्यप्रकाश पारिक ने पहले काबिल समंदर सिंह को बुलाया. उसने कोर्ट को बताया कि वह कंवरराज सिंह के प्रचार के लिए आए थे. रात को खाना चुके थे फिर वापस मैगी खाने पावटा चौराहे पर आए. वापस जाने के दौरान उन्होंने देखा कि बीज की दुकान पर एक लड़का और लड़की बैठे थे. फिर उन्हें पकड़ कर ओल्ड कैंपस हॉकी मैदान ले आए.
कोर्ट में गैंगरेप के आरोपी बोले- साहब गलती हो गई
फिर जज ने पूछा सुरेश कुमार कौन है? इस पर पुलिस ने कृष्णा गेस्ट हाउस के मैनेजर सुरेश कुमार जाट को पेश किया. उसने कोर्ट को बताया कि मालिक नहीं थे मैंने दोनों को 1500 रुपये में कमरा दिया था बाद में वापस निकाल दिया. जज ने पूछा क्यों निकाला इस पर जवाब नहीं दिया.
इसके बाद चारों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया. पुलिस ने रविवार रात को पीड़िता के 164 के बयान जज के घर जाकर करवा लिए थे. पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द इस मामले का ट्रायल कोर्ट में शुरू हो सके.
तीन युवकों ने प्रेमी को बंधक बनाकर नाबालिग से किया था गैंगरेप
बता दें, ब्यावर से भागकर जोधपुर आए नाबलिक प्रेमी जोड़े को बहला फुसलाकर तीन युवक शहर के ओल्ड कैंपस खेल मैदान में ले गए थे. जहां लड़के के बंधक बनाकर नाबालिग लड़की के साथ तीनों युवकों ने गैंगरेप किया था. वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों युवकों प्रेमी जोड़े मैदान में छोड़कर फरार हो गए थे. रविवार को यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने गणेश भाकरी स्थित पहाड़ियों से 3 आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर. इसके बाद नाबालिग से छेड़छाड़ करने वाले लॉज संचालक को भी गिरफ्तार किया था.