जयपुर में दो नाबालिग लड़कियों के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. दोनों लड़कियों को एक ही होटल में बंधक बनाकर रखा गया था. फिर बारी-बारी से युवकों ने उनके साथ रेप किया. दोनों ही मामलों में आरोपी एक ही हैं. इसमें 2 नाबालिग और 1 आरोपी मोनू बालिग है.
पुलिस की जांच और पूछताछ में ये बात सामने आई है कि मोनू रेप करने के बाद अपने नाबालिग दोस्तों को होटल बुलाता था. फिर उनसे लड़कियों का रेप करवाता था. यही नहीं पीड़िताओं को ब्लैकमेल कर आरोपी उन्हें वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने वाले थे. मगर, उससे पहले ही पुलिस ने लड़कियों को छुड़ा लिया.
पूरे प्रकरण को लेकर कोतवाली ACP नरेंद्र कुमार ने बताया कि 15 अगस्त को भिवाड़ी की 14 साल की लड़की ने शिकायत दी कि घर में झगड़ा होने के बाद वो बहन के साथ 20 जुलाई को जयपुर आई थी. यहां दोनों एक होटल में रूम लेकर रुकी थीं. इस दौरान बहन ने उसे मोनू नाम के लड़के से मिलवाया और 2 दिन बाद होटल से चली गई.
'बहन के जाते ही मोनू आया और दुष्कर्म किया'
बहन के जाते ही मोनू आया और बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद एक कैफे में ले जाकर अपने दो नाबालिग दोस्तों से मिलवाया. उन्होंने भी उसके साथ गैंगरेप किया. विरोध करने पर धमकी दी की उसके मामा विधायक हैं और जान से मार देगा. इसके बाद वापस उसे होटल ले जाकर बंधक बना लिया.
पीड़िता ने बताया कि 13 अगस्त की रात मोनू सिंधी कैंप से एक और नाबालिग लड़की को होटल लेकर आया. उसके साथ भी दुष्कर्म किया. इसको लेकर एसीपी ने बताया कि 13 अगस्त को सदर थाने में 17 साल लड़की के गुमशुदा होने की शिकायत परिजनों ने दी थी. नाराज होकर रात में घर से भागी लड़की सिंधी कैंप बस स्टेशन पहुंची थी.
'मदद के बहाने बहला-फुसलाकर होटल ले गया'
अगली सुबह 4 बजे मोनू उसे मिला और लड़की को रोते देख उसे जाल में फंसाया. मदद के बहाने बहला-फुसलाकर उसे भी उसी होटल में ले गया. यहां उसने रेप कर बंधक बना लिया. इस दौरान लड़की की तलाश में पुलिस 14 अगस्त की सुबह होटल तक पहुंच और उसे रेस्क्यू किया.
इसी दौरान दूसरी पीड़िता भी वहीं मौजूद थी. इस मामले में पुलिस ने पोक्सो एक्ट में केस दर्ज कर पीड़िताओं के बयान लिए हैं. साथ ही उनका मेडिकल करवा शेल्टर होम में रखा है. आरोपियों की तलाश कर रही है.