राजस्थान की धौलपुर पुलिस ने ठगी करने वाले एक बाबा को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि बाबा खुद को भगवान श्रीकृष्ण का अवतार बताकर लोगों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देता था. साथ ही लोगों की बीमारी ठीक करने और सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था. आरोप यह भी है कि बाबा ने भगवान कृष्ण के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है.
सदर थाना एसएचओ रामरेश मीना ने बताया कि धौलपुर जिले के बसेड़ी उपखंड के हरजूपुरा गांव निवासी मौजीलाल ने सदर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मालपुरा निवासी 40 वर्षीय सत्यपाल सिंह जाट खुद को भगवान कृष्ण का अवतार बताकर जिले के सरकनखेड़ा गांव में दरबार लगाता है. बाबा के दरबार में महिलाओं और पुरुषों की भारी भीड़ रहती है.
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सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगे 1 लाख 51 हजार रुपये
बाबा सत्यपाल अपने दरबार में लोगों को सरकारी नौकरी और बीमारियों का इलाज करने का झांसा देकर उनसे पैसे ऐंठता है. पीड़ित मौजीलाल ने रिपोर्ट में बताया कि वह बाबा के दरबार में गया था. बाबा ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे एक लाख 51 हजार रुपये ऐंठ लिए. नौकरी नहीं मिलने पर वह पैसे लेने बाबा के पास गया. पीड़ित ने जैसे ही बाबा से पैसे मांगे, तो बाबा सत्यपाल भड़क गया और पीड़ित के साथ गाली-गलौज कर उसे भगा दिया.
जांच के दौरान बाबा सत्यपाल को किया गिरफ्तार
शिकायत पर पुलिस ने बाबा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 506 और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने जांच के दौरान बाबा सत्यपाल को गिरफ्तार कर लिया है. एसएचओ मीना ने आगे बताया कि गिरफ्तार बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी के अन्य मामले भी सामने आए हैं. फिलहाल पुलिस ने बाबा से पूछताछ शुरू कर दी है.
धौलपुर जिले के सरकनखेड़ा गांव में लगाता था दरबार
बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण का अवतार बताने वाला बाबा सत्यपाल सिंह आगरा जिले का रहने वाला है. वह धौलपुर जिले के सरकनखेड़ा गांव में आकर दरबार लगाता था. दरबार में वह ग्रामीण इलाकों के भोले-भाले लोगों को उनकी बीमारियां ठीक करने, सरकारी नौकरी दिलाने, घरेलू समस्याओं को हल करने, व्यापार बढ़ाने, भूत-प्रेत से मुक्ति दिलाने और कई तरह की समस्याओं का झांसा देकर ठगता था. बाबा के जाल में सबसे ज़्यादा महिलाएं फंसती थीं और वह बांझपन से पीड़ित महिलाओं को अपना शिकार बनाता था. आस-पास के गांवों से भी महिलाएं और पुरुष बाबा के दरबार में आते थे और बाबा उन्हें बहला-फुसलाकर उनसे पैसे ऐंठता था.