scorecardresearch
 

दरगाह अजमेर शरीफ में पाकिस्तानी जायरीनों ने चढ़ाई चादर, हाथ में पकड़ा तिरंगा

811वें वार्षिक उर्स समारोह के अवसर पर सोमवार को अजमेर शरीफ में हजरत ख्वाजा सैयद मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर पाकिस्तान से आए सेंट्रल गर्ल्स स्कूल के जायरीनों ने पारंपरिक चादर पेश की. इस दौरान पाक जायरीन ने एक ओर हिंदुस्तान का तिरंगा पकड़ रखा था और दूसरी ओर एक पाक जायरीन पाकिस्तान का झंडा लेकर चल रहा था.

Advertisement
X
पाकिस्तानी जायरीनों के हाथ में तिरंगा
पाकिस्तानी जायरीनों के हाथ में तिरंगा

राजस्थान के अजमेर में इस साल विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें सालाना उर्स के मौके पर पाकिस्तान जायरीन ने शिरकत की है. सोमवार को जायरीन ने पाकिस्तान की ओर से ख्वाजा साहब को चादर पेश की है. इस दौरान एक अच्छी तस्वीर भी सामने आई. पाकिस्तान से आए सेंट्रल गर्ल्स स्कूल के जायरीनों ने दरगाह के लिए गाते बजाते जुलूस निकाला. 

Advertisement

जायरीन ने हाथ में पकड़ हिंदुस्तान का तिरंगा

इस दौरान पाक जायरीन ने एक ओर हिंदुस्तान का तिरंगा पकड़ रखा था. वहीं, दूसरी ओर एक पाक जायरीन पाकिस्तान का झंडा लेकर चल रहा था. यह पाक जायरीन दरगाह के अंदर तक झंडे लेकर गए. इसको लेकर वहां मौजूद लोगों ने तारीफ की. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी पाक जायरीन को लेकर दरगाह पहुंचे.

खाया अजमेर का मशहूर सोहन हलवा

इस दौरान दोनों मुल्कों में अमन चैन और भाईचारे की दुआ भी की. पाक जायरीन की दरगाह में दस्तारबंदी भी की गई. पाकिस्तान से आए 240 पाक जायरीन ने ग्रुप लीडर तारिक के नेतृत्व में ख्वाजा साहब को यह चादर पेश की है. साथ ही उन्हें अजमेर का मशहूर सोहन हलवा भी दिया गया. इसके बाद सभी पाक जायरीन महफिल खाने में पहुंचे. वहां दरगाह कमेटी और पाक जायरीन ने कलाम पेश किया.

Advertisement
पाकिस्तान के जायरीनों ने अजमेर में चादर चढ़ाई है
पाकिस्तान के जायरीनों ने अजमेर में चादर चढ़ाई.

भारत में लगा अपनापन 

ग्रुप लीडर तारिक ने बताया कि पाकिस्तान से 240 जायरीन अजमेर ख्वाजा की नगरी में पहुंचे हैं. पाकिस्तान से आए जायरीन ने आज चादर पेश की है. दरगाह की अंजुमन, दरगाह कमेटी और जिला प्रशासन का बेहतरीन सहयोग मिला है. वहीं, पाकिस्तान से आए अब्बू शकूर ने कहा कि उन्हें अजमेर आकर ऐसा नहीं लगा कि वह किसी दूसरे देश में आए हैं. उन्हें यहां अपनापन लगा. 

उन्होंने आगे कहा कि यहां के पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों ने उन्हें भरपूर सहयोग किया है. इसके वह शुक्रगुजार हैं. यहां उन्होंने दोनों मुल्कों के लिए दुआ की. साथ ही अपने साथियों के लिए भी दुआ की है. मैं सहयोग के लिए भारत सरकार का भी शुक्रिया अदा करता हूं.

Advertisement
Advertisement