राजस्थान में दलित छात्र की मौत का मामला अभी मामला ठंडा भी नहीं हो पाया था कि अलवर में चोरी के शक में लोगों ने एक शख्स को पीट-पीटकर मार डाला. इस बीच राजस्थान में दलितों-वंचितों पर बढ़ते अपराधों पर कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने आजतक से कहा कि ऐसी घटनाओं पर राजस्थान सरकार तुरंत कार्रवाई कर रही है लेकिन बीजेपीशासित राज्यों में सरकारें तुरंत कदम उठाने से कतराती हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें इस मानसिकता को खत्म करना है कि दलितों पर हत्याचार करने के बाद आरोपियों को कुछ नहीं होगा.
दर्ज हो रहे ज्यादा केस, इसलिए आंकड़े बढ़े
सचिन पायलट से पूछा गया कि राजस्थान में 2018-19 के बाद से 20 फीसदी की दर से दलितों-वंचितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि यूपी में दलितों-आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार होते हैं. दूसरे राज्यों में भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा- मैं दूसरे राज्यों में ऐसी घटना होने की तुलना करना ठीक नहीं मानता.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान में ऐसा नहीं होता कि पीड़ित को डरा धमका कर केस न दर्ज किया जाए. यहां शिकायत पर तुरंत केस दर्ज होता है, इसलिए ये आंकड़े बढ़े दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि पीड़ित को समय से न्याय मिल जाए. पीड़ित के मन में यह विश्वास जागे कि सरकार-पुलिस उनके साथ, उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर है.
जालोर जैसी घटनाओं पर राजनीति ठीक नहीं
सचिन पायलट ने कहा कि हाथरस हो या फिर जालोर की घटना, हम इसमें राजनीति नहीं देखनी चाहिए. हमारी कोशिश है कि ऐसी घटना दोबारा न हो. राजस्थान में ऐसी घटनाओं पर तुरंत एक्शन होता है.
उन्होंने कहा कि हमने जालोर वाली घटना पर स्कूल की मान्यता रद की, आरोपी शिक्षक पर तुंरत केस दर्ज किया इसके अलावा पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा दिया. पीड़ित के पिता और दादा के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.