scorecardresearch
 

राजस्थान में वंदे भारत ट्रेन को डिरेल करने की साजिश, बदमाशों ने रेलवे ट्रैक पर रखे पत्थर

चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा रेलवे ट्रैक पर लोको पायलट की सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा होते-होते बच गया. गंगरार-सोनियाना के बीच रेलवे ट्रैक पर ट्रैक पर पत्थर रखे हुए थे. उसी वक्त उधर से ट्रेन नंबर 20977 उदयपुर-जयपुर वंदे भारत वहां से गुजरने वाली थी. इस दौरान लोको पायलट की नजर पत्थरों पर ट्रैक पर रखे पत्थरों पर पड़ गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया.

Advertisement
X
उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन को डिरेल कराने की साजिश
उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन को डिरेल कराने की साजिश

राजस्थान के चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा रेलवे ट्रैक पर सोनियाना और गंगरार के बीच एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. दरअसल, रेल ट्रैक पर कुछ बदमाशों ने पत्थर रख दिए थे. इस बीच वंदे भारत ट्रेन वहां से गुजरने वाली थी. अचानक लोको पायलट की नजर ट्रैक पर जमा किए गए पत्थरों पर पड़ी. लोको पायलट ने सूझबूझ से काम लेते हुए वंदे भारत ट्रेन को रोक दिया. इस दौरान 10 मिनट तक वंदे भारत ट्रेन खड़ी रही. ट्रैक से पत्थर हटाए जाने के बाद ट्रेन को दोबारा रवाना किया गया.

Advertisement

लोको पायलट के सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

रेलवे के मुताबिक गंगरार-सोनियाना के बीच रेलवे ट्रैक पर दरअसल ट्रैक पर पत्थर रखे गए थे. इसके अलावा गल प्लेट में एक-एक फीट की दो छड़ें रखी हुई थी. ट्रेन नंबर 20977 उदयपुर-जयपुर वंदे भारत उसी वक्त उधर से गुजरने वाली थी. इस दौरान सतर्क लोको पायलट नजर ट्रैक पर रखे पत्थरों पर पड़ी. सतर्क लोको पायलट ने किसी तरह की दुर्घटना रोकने के लिए गंगरार-सोनियाना सेक्शन में किमी नंबर 158/18 पर आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया.

घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी

यह घटना आरपीएफ पोस्ट भीलवाड़ा के अधिकार क्षेत्र में लगभग 09:55 बजे घटित हुई. यह स्थान चित्तौड़गढ़ जिले में SHO/गंगरार के अधिकार क्षेत्र में आता है. खबर मिलते ही डीएससी अजमेर, आईपीएफ भीलवाड़ा, सीनियर सेक्शन इंजीनियर गंगरार और स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.

Advertisement

कुछ दिन पहले मथुरा में भी हुआ था रेल हादसा

हाल ही में 27 सितंबर की देर रात यूपी के मथुरा जंक्शन पर देर रात ट्रेन हादसा हो गया था. शकूर बस्ती से आ रही एक EMU ट्रेन मथुरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर चढ़ गई. सभी यात्री ट्रेन से पहले उतर चुके थे, इसके चलते जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. इस मामले में रेलवे प्रशासन की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. रेलवे के अनुसार, ट्रेन में जो पांच लोग मौजूद थे, वह सभी मोबाइल चला रहे थे और नशा कर रहे थे. इन सभी कर्मियों को संस्पेंड कर दिया गया है.

Live TV

Advertisement
Advertisement