scorecardresearch
 

'50 लाख का इंतजाम कर लेना, बोलो हां या ना...' सामने आई सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की वजह

Sukhdev Singh Gogamedi Murder: आखिर क्यों लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर थे श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी? ये सवाल ऐसा है जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है. मामले की जांच कर रहे एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने इसका जवाब दिया. बताया कि क्यों और कब से सुखदेव सिंह, बिश्नोई गैंग को खटकने लगे थे.

Advertisement
X
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी.

जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या को लेकर लोगों के मन में बस एक ही सवाल है. वो ये कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) के गुर्गे रोहित गोदारा ने सुखदेव सिंह को क्यों मरवाया? इस जवाब सुखदेव हत्याकांड मामले की जांच कर रहे एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने दिया. उन्होंने बताया 3 दिसंबर 2022 को गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड के बाद लॉरेंस गैंग ने शेखावाटी में दहशत फैलाने के लिए रोहित गोदारा के जरिए व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों से फिरौती वसूलना शुरू कर दिया था.

Advertisement

इनमें से कई कारोबारी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के करीबी थे. लॉरेंस गैंग की धमकियों के बाद गोगामेड़ी और गैंगस्टर आनंदपाल के छोटे भाई मंजीत पाल सिंह उन पीड़ित व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों के पक्ष में खुलकर सामने आ गए थे. करीब एक साल पहले रतनगढ़ निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी महिपाल सिंह को गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम पर धमकी दी गई थी. फिरौती का यह मामला राजू ठेहट हत्याकांड के ठीक पांच दिन बाद सामने आया. 8 दिसंबर 2022 को महिपाल सिंह के फोन पर WhatsApp से वॉयस मैसेज आया कि 'मैं रोहित गोदारा हूं, 15 दिसंबर तक 50 लाख रुपये का इंतजाम कर लेना. वरना सीकर का नतीजा तो आप देख ही चुके हैं. अगर आगे भी काम करना है तो ये रकम देगी होगी.''

इसके बाद 15 दिसंबर 2022 को दोपहर 2:50 बजे उनके पास फिर से वॉट्सऐप कॉल और मैसेज आया. उसमें कहा कि मैं रोहित गोदारा बोल रहा हूं. जवाब 'हां या ना' में दो. हम दोबारा कॉल नहीं करेंगे.

Advertisement

महिपाल सिंह का गोगामेड़ी ने दिया साथ

पुलिस अधिकारी ने बताया, ''इस मामले में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और आनंदपाल गैंग ने महिपाल सिंह का साथ दिया था और लॉरेंस गैंग को फिरौती देने से इनकार कर दिया था. इसके अलावा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कई अन्य मामलों में भी लॉरेंस गैंग के खिलाफ खुलकर सामने आए थे. इसी बात से लॉरेंस गैंग को सुखदेव खटकने लगे थे. फिर वो उनकी हिट लिस्ट में आ गए.''

अंडरवर्ल्ड में बेखौफ होकर अपना दबदबा बढ़ा रहे लॉरेंस गैंग ने इसे राजस्थान में एक चुनौती के रूप में देखा. यही वजह थी कि पंजाब की भटिंडा जेल में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर संपत नेहरा ने गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी. वह इस हत्या के लिए एके-47 और अन्य हथियारों का इंतजाम कर रहा था.

हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर अभी भी फरार

बता दें, रोहित गोदारा गैंग के दोनों हमलावरों की पहचान हो गई है. इनमें से एक शूटर मकराना के जूसरी गांव का रोहित और दूसरा हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला नितिन फौजी है. नितिन फौजी सेना में कार्यरत है और छुट्टी पर घर आया था. उसने ही गोगामेड़ी के सिर में गोली मारी थी.

रोहित राजपूत जयपुर के खातीपुरा इलाके में रहता था. नाबालिग का अपहरण, दुष्कर्म और विदेशी हथियार रखने के मामले में रोहित दो बार जेल जा चुका है. जयपुर में उनका घर गिरवी है. उनके पिता गिरधारी सिंह, जो सेना से सेवानिवृत्त थे, उनकी मृत्यु हो चुकी है. घर में सिर्फ मां रहती है. बहन की शादी हो चुकी है. हत्याकांड के बाद फिलहाल जयपुर स्थित घर पर ताला लगा हुआ है. बताया जा रहा है कि जेल में रहने के दौरान रोहित लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया. फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है. दोनों अभी फरार हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement