राजस्थान के जयपुर में 16 साल पहले 13 मई 2008 को परकोटे में हुए एक के बाद एक 8 बम धमाकों में जान गंवाने वाले 71 लोगों के परिवारों को आज भी न्याय का इंतजार है. जिस जगह आठवां बम ब्लास्ट हुआ, उसी सांगानेरी गेट पूर्वमुखी हुनमान मंदिर के आगे पीड़ित परिवारों का दर्द झलका उठा. बम धमाकों की 17वीं बरसी पर जहां लोगों ने अपनों को श्रद्धांजलि दी. वहीं, हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ कर बजरंगबली के आगे न्याय के लिए सभी ने हाथ उठाए.
दरअसल, पुराने जयपुर कही जाने वाली चारदीवारी के इतिहास में 13 मई 2008 एक ऐसा दिन है जिसके ज़ख्म आज भी भरे नहीं गए. हालांकि, बम धमाके करने वाले आंतकवादियों को तो पकड़ लिया गया लेकिन आज भी उन्हें कड़ी सजा नहीं मिली है. ऐसे में 8 धमाकों में जान गंवाने वाले 71 लोगों और घायल हुए 180 लोगों के परिवार इस दिन को भुलाए नहीं भूल सकते. यही वजह है कि सोमवार देर रात बम ब्लास्ट में मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
पीड़ित अभिनव तिवाड़ी का कहना है, मैं उस समय में 13 साल का था, जब उनके पिताजी मुकेश तिवाड़ी उस रात चांदपोल स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन करने गए और सदैव के लिए हमसे दूर चले गए. हम तो पीड़ित हैं, पिताजी को खो दिया. हम तो बैठे-बैठे देख ही सकते हैं, कर क्या सकते हैं. अब गुनहगारों को सजा दिलवाने के लिए उसी हनुमान मंदिर के आगे बैठे हैं.
बता दें कि 13 मई 2008 को 12 मिनट में सिलसिलेवार 8 बम धमाके हुए. जिसमें पहला ब्लास्ट शाम 7:20 बजे खंदा माणक चौक के पास हुआ और फिर 5 मिनट बाद शाम 7:25 बजे त्रिपोलिया बाजार स्थित बड़ी चौपड़ के समीप मनिहारों के खंदे में ताला चाबी वालों की दुकान के पास धमाका हुआ.
इसके 5 मिनट बाद ही शाम 7:30 बजे छोटी चौपड़ पर कोतवाली थाने के बाहर पार्किंग में तीसरा ब्लास्ट और फिर शाम 7:30 बजे त्रिपोलिया बाजार में दुकान नंबर 346 के सामने चौथा बम फटा. फिर इसी समय शाम 7:30 बजे चांदपोल बाजार स्थित हनुमान मंदिर के बाहर पार्किंग में पांचवा और जोहरी बाजार में नेशनल हैंडलूम के सामने छठा धमाका हुआ. फिर 2 मिनट बाद ही शाम 7:32 बजे छोटी पर फूलों के खंदे में ज्वेलरी शॉप के सामने सातवां और इसी समय शाम 7:32 बजे: जोहरी बाजार में सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर के बाहर आठवां बम धमाका हुआ, जिससे जयपुर दहल उठा.
हालांकि, चांदपोल बाजार स्थित दुकान नंबर 17 के सामने रात 9:00 बजे का टाइमर सेट किया हुआ बम भी मिला, जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया.