
राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जिन दो शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया उनकी पहचान कर ली गई है. रोहित राठौर नागौर का रहने वाला है तो वहीं दूसरा शूटर नितिन फौजी हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है. जिस तरह इस केस में खुलासे हो रहे हैं उससे लग रहा है जैसे पूरी प्लानिंग के तहत इस वारदात को अंजाम दिया गया है.
हालांकि, इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग ने ली है. लेकिन जब तक शूटर पकड़े नहीं जाते इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती. पुलिस इस केस को प्रायोरिटी पर लेकर चल रही है. रोहित गोदारा गैंग का इसमें हाथ है या नहीं, इसका पता लगाया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ अब तक जो खुलासे हुए हैं उससे लग रहा है कि इस हत्याकांड में सिर्फ रोहित राठौर और नितिन ही नहीं, बल्कि कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं.
22 साल का नितिन फौजी हरियाणा के महेंद्रगढ़ स्थित दौंगड़ा जाट गांव का रहने वाला है. वह पांच साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. इस समय वह अलवर में तैनात है. पिछले महीने यानि 8 नवंबर को नितिन दो दिन की छुट्टी मांगकर अपने घर आया था. लेकिन उसके बाद वह पलटन वापस लौटा ही नहीं. नितिन के पिता की मानें तो वह एक ही दिन घर में रहा. 9 नवंबर को वह घर से यह कहकर निकला कि उसे अपनी गाड़ी ठीक करवानी है. लेकिन इसके बाद न तो वो घर आया और न ही परिवार वालों से उसकी कोई बात हुई.
पुलिस की मानें तो नितिन का इससे पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. 10 नवंबर को महेंद्रगढ़ में नितिन ने कुलदीप राठी और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर प्रताप उर्फ गोविंद शर्मा नामक शख्स का अपहरण किया था. लेकिन समय रहते गांव वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. साथ ही खुद गाड़ी का पीछा करके गोविंद को अपहरणकर्ताओं से छुड़वा लिया. लेकिन कुलदीप और उसके दो साथियों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन नितिन उन्हें गच्चा देकर वहां से भाग गया.
उसके बाद वो कहां गया किसी को कुछ पता नहीं. फिर नितिन के बारे में उस समय पता लगा जब श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में उसका नाम सामने आया. फिलहाल वो अपने दूसरे साथी रोहित राठौर के साथ लापता है. पुलिस उन्हें ढूंढने में जुटी हुई है. डीजीपी उमेश मिश्रा का कहना है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
बता दें, 5 दिसंबर को कपड़ा कारोबारी नवीन शेखावत के साथ रोहित और नितिन, सुखदेव के घर SUV कार पर सवार होकर आए थे. नवीन ने सुखदेव को शादी का न्यौता देना था. साथ में वो रोहित और नितिन को भी अपने साथ ले आया. लेकिन नवीन दोनों को कैसे जानता था इस बारे में भी पुलिस पता लगा रही है. जैसे ही वे लोग सुखदेव के साथ उनके कमरे में बैठे तो 10 मिनट के अंदर ही नितिन और रोहित ने गोलियों से सुखदेव को भून दिया. नवीन कुछ समझ पाता, उससे पहले ही दोनों ने नवीन को भी गोली मारकर घायल कर दिया. साथ ही वहां मौजूद गार्ड को भी गोली मार दी.
20 सेकंड में 6 गोलियां मारीं
फिर दोनों मौके से फरार हो गए. दोनों ने सुखदेव को 20 सेकंड के अंदर 6 गोलियां मारीं. जिनमें से अंतिम गोली उनके सिर पर मारी. इसके बाद दोनों उस SUV से नहीं भागे. बल्कि, वे दोनों सड़क की ओर दौड़े. उन्होंने वहां एक कार को रोकने की कोशिश की वो भी पिस्तौल दिखाकर. लेकिन कार वाले ने गाड़ी नहीं रोकी, बल्कि तेजी से वहां से निकल गया. फिर दोनों ने स्कूटी सवार को गोली मारकर घायल किया और उसकी स्कूटी लेकर वहां से रफूचक्कर हो गए.
उधर, सुखदेव को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. जबकि, नवीन की तो पहले ही मौत हो चुकी थी. वहीं, घायल गार्ड अजीत का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जयपुर से लेकर सीकर तक मचा बवाल
उधर राजस्थान में जब सुखदेव हत्याकांड की बात फैली तो पूरे राज्य में बवाल मच गया. जयपुर के जिस अस्पताल में सुखदेव सिंह ने आखिरी सांस ली, उसके बाहर समर्थकों ने प्रदर्शन किया, आगजनी की और बस में तोड़फोड़ करने की कोशिश की. सीकर शहर बंद कर दिया गया. सोशल मीडिया पर जब इस घटना के वीडियो और फुटेज सामने आए तो जयपुर शहर में हंगामा होना शुरू हो गया. धीरे-धीरे जयपुर, सीकर, बारां, चूरू नागौर समेत कई शहरों से आगजनी की खबरें सामने आने लगी. जयपुर में ए श्रेणी की नाकाबंदी कराई गई. वहीं, राजपूत समाज के कई संगठनों के आह्वान पर आज यानि बुधवार को पूरा राजस्थान बंद किया गया है.
एक्शन मोड में राजस्थान पुलिस
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद डीजीपी उमेश मिश्रा ने प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने हत्यारों को पकड़ने के लिए बैरिकेडिंग के निर्देश भी जारी किए हैं. संबंधित जिलों में विशेष सतर्कता के साथ-साथ सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी कहा गया है. हर तरफ नाकाबंदी करवाई गई हैं. जगह-जगह के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके. पुलिस जांच में पता चला है कि जिस SUV पर सवार होकर हमलावर आए थे उसे उन्होंने मालवीय नगर स्थित एक एजेंसी से भाड़े पर लिया था. जिसके उन्होंने पांच हजार रुपये भी दिए थे. पुलिस ने कार से शराब की बोतलें और एक बैग भी बरामद किया है.