साल 2014 में पाकिस्तान से भारत आए परिवार को कई वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भारत की नागरिकता मिल गई. नागरिकता प्रमाण पत्र मिलते ही पूरे परिवार के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए. उन्होंने जिला कलेक्टर, राज्य सरकार और भारत सरकार को धन्यवाद व्यक्त किया है.
मामला राजस्थान के जैसलमेर का है. वर्तमान में यहां की कलेक्टर टीना डाबी हैं. उन्होंने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट के अपने कक्ष में साल 2014 में भारत आए एक पाक विस्थापित जैतून भील पुत्र टोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपा. इसके साथ ही वह भारत के नागरिक बन गए.
प्रमाण पत्र पाने के बाद पाकिस्तान से विस्थापित जैतून का चेहरा खिल उठा. उनके चेहरे पर भारतीय कहलाने की खुशी साफ झलक रही थी.
पाक से भागकर भारत आए थे जैतून
जैतून 2014 में पाकिस्तान के सनघर सिंध जिले से भारत आए थे. यहां आकर जैतून राजस्थान के जैसलमेर में रह रहे थे. वह बीते आठ साल से भारतीय नागरिकता को पाने का इंतजार कर रहे थे. जैतून साल 2014 से लंबित नागरिकता आवेदन को लेकर जिला कलेक्टर टीना डाबी से मिले थे.
डीएम टीनी डाबी ने इनके आवेदन पर तत्काल कार्यवाही करते हुए निर्धारित प्रक्रिया के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान करने संबंधी आदेश जारी किए. नागरिकता मिलने पर डॉ. जैतून सिंह ने बताया कि हम जैसलमेर के अमरसागर में कई साल से रह रहे थे.
भारतीय नागरिकता मिलने पर हमारा पूरा परिवार बहुत ही ज्यादा खुश है. इस कार्य के लिए सीमांत लोक संगठन के हिंदू सिंह सोढ़ा ने भी जिला कलक्टर का आभार व्यक्त किया. अब जैतून को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. वह देश के विकास में अपनी महती भागीदारी निभा सकेगा.
(जैसलमेर से विमल भाटिया के इनपुट के साथ)