राजस्थान में बीते साल हुए कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर राजनीति तेज हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्री ने उदयपुर की रैली में गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ना ही नहीं चाहती है, एनआईए ने उन हत्यारों को पकड़ा. अब इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के चार घंटों में ही राजस्थान पुलिस ने हत्यारों को पकड़ लिया था.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है. सीएम ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को एनआईए ने पकड़ा, जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज चार घंटों में राजस्थान पुलिस ने पकड़ लिया था.
यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे परन्तु आज उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है। श्री अमित शाह द्वारा उदयपुर में झूठ बोला गया कि श्री कन्हैयालाल के हत्यारों… pic.twitter.com/JtGTSezOQi
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 30, 2023
गहलोत ने अमित शाह पर साधा निशाना
गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी, जबकि एनआईए को इस केस की फाइल 2 जुलाई 2022 को ट्रांसफर हुई थी. इसके साथ ही बीजेपी पर हमला बोलते हुए सीएम ने कहा कि शायद उनकी जानकारी में होगा कि ये दोनों हत्यारे बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे. उन्हें ये जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे. एक ओपन एंड शट केस में चार्जशीट फाइल होने में भी इतना अधिक समय क्यों लगा और इन्हें अब तक सजा क्यों नहीं हुई?
गृह मंत्री अमित शाह ने क्या कहा था?
उदयपुर में बीजेपी की रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने कन्हैयालाल मर्डर केस में राजस्थान की गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाया था. अमित शाह ने कहा था कि आखिर कन्हैयालाल को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? उन्होंने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत वोटबैंक की राजनीति करते हैं.
गृह मंत्री शाह ने कहा, "उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर भी गहलोत राजनीति कर रहे हैं. गहलोत सरकार हत्यारों को तो पकड़ना भी नहीं चाहती थी. उन हत्यारों को एनआईए ने पकड़ा और गहलोत झूठ बोलते हैं कि कार्रवाई नहीं हुई. मैं डंके की चोट के साथ कहता हूं कि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की होती तो हत्यारे फांसी पर लटक चुके होते. यही नहीं, जयपुर ब्लास्ट के आरोपियों की सुनवाई के लिए गहलोत सरकार के एडवोकेट जनरल के पास समय नहीं है."
बीते साल 28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
राजस्थान के उदयपुर में बीते साल 28 जून को दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हमला कर हत्या का दी थी. आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए थे. इसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो शेयर कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैयालाल की हत्या की है. पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि बाद में इस केस की जांच गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंप दी थी.
NIA ने 11 लोगों को बनाया आरोपी
NIA ने अपनी चार्जशीट में मोहम्मद रियाज अटारी, गौस मोहम्मद, मोहसिन खान, आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम खान उर्फ मुस्लिम रजा और पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम शामिल हैं.