राजस्थान के नागौर (Nagaur) में दो दिन पहले पिता और बेटी ने एक ही फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया था. उन्होंने एक नोट भी लिखा था, जिसमें पुलिस के द्वारा सुनवाई नहीं होने का आरोप लगाया गया था. इस मामले में नागौर एसपी नारायण सिंह टोगस ने लापरवाही बरतने वाले एसएचओ को निलंबित कर दिया है. मुख्य आरोपी को पहले ही पकड़ा जा चुका है, वहीं उसे शरण देने वाले को भी अरेस्ट कर लिया है.
यह मामला नागौर के जायल उपखंड के बड़ी खाटू थाना इलाके के गांव का है. यहां ग्रामीण ने 13 जून 2024 को बड़ी खाटू थाने में शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कृषि का काम करता है. उसके बेटे ने रात 9 बजे फोन कर बताया कि नाबालिग बेटी लापता है. इसके बाद रिश्तेदारों के यहां पता किया, लेकिन नहीं मिली.
इसके बाद बड़ी खाटू थाने में बेटी के अपहरण का केस 14 जून 2024 को दर्ज कराया. बेटी 2 दिन बाद घर वापस आ गई और उसने आपबीती बताई. बेटी ने बताया कि उसके साथ मोतीराम पुत्र श्रीराम ने रेप किया है, इस पर थाने जाकर अपहरण और रेप की शिकायत दर्ज कराई.
आरोप है कि घटना को अंजाम देने वाले ने पुलिस से साठगांठ कर ली, जिसके बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. आरोपी ने 8 जुलाई को रात 12 बजे पीड़िता के घर पहुंचकर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद डर की वजह से नाबालिग बेटी और उसके पिता ने 9 जुलाई को एक सुसाइड नोट लिखा और अपने कमरे में एक ही रस्सी से लटककर दोनों ने जान दे दी.
इस बारे में जानकारी मिलने पर बड़ी खाटू थाना पुलिस मौके पर पहुंची. नागौर के पुलिस अधीक्षक नारायण और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार भी पहुंचे और जायजा लिया. पुलिस की लापरवाही की बात सामने आते ही खाटू थाना एसएचओ को निलंबित कर दिया गया.
पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें लिखा हुआ था कि 'मांगीलाल चुआ वाले ने रात 12 बजे आकर धमकी दी. मांगीलाल के साथ 2-3 अन्य लोग भी थे. मेरे भाइयों का कोई दोष नहीं है, और न ही बाबा का कोई दोष है.' ये लिखकर उन्होंने सुसाइड कर लिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी मोतीराम का सहयोग करने वाला मांगीलाल पुत्र लोटूराम जाट निवासी चुआ को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
एसपी नारायण सिंह टोगस ने कहा कि नागौर के जायल उपखंड के बड़ी खाटू थाना इलाके के गांव में पिता और उसकी नाबालिग लड़की ने आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट मिला था. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची, तब तक गांव वालों ने दोनों के शव उतरवा दिए. पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया. आरोपी मांगीलाल को डिटेन किया और पूछताछ के बाद उसको गिरफ्तार कर लिया. एसएचओ की जो लापरवाही सामने आई है, इसके चलते तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)