जयपुर के एक गैस फिलिंग प्लांट में गैस रिसाव के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. इस प्लांट में टंकियों में कार्बन डाइऑक्साइड गैस भरने का काम होता है. पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंच गई. यह घटना सीकर रोड नंबर 18 पर स्थित ऑक्सीजन गैस प्लांट की है.
गैस के दबाव से टूटा टैंकर का वॉल्व
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में एक इंडस्ट्रियल यूनिट में गैस रिसाव के कारण लोगों में दहशत फैल गई. हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ. यह घटना अजमेरा गैस प्लांट में हुई जहां CO2 गैस के भंडारण के लिए दो बड़े टैंकर लगाए गए थे. सहायक अग्निशमन अधिकारी, विश्वकर्मा भंवर सिंह हाड़ा ने बताया कि गैस के दबाव से टैंकर का वॉल्व टूट गया. उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड द्वारा स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि रिसाव के कारण क्षेत्र में जीरो विजिबिलिटी हो गई थी.
दिल्ली-जयपुर हाइवे पर पलटा था मिथेन ऑयल टैंकर
बीते शनिवार को जयपुर में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक मिथेन ऑयल का टैंकर पलट गया था जिसके बाद एक किलोमीटर का एरिया खाली करवाना पड़ा था. टैंकर से गैस लीक होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था जिसके बाद सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया था.
जयपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर चंदवाजी के सेवन माता मंदिर के पास हुए इस हादसे के बाद जयपुर से दमकल की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं. सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर भी तैनात किया गया था. गैस रिसाव रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया गया था.
गुजरात में भी गैस लीक हादसा
इससे पहले रविवार को गुजरात के भरूच जिले के दहेज में एक केमिकल प्लांट में गैस लीक होने से जहरीला धुआं फैल गया था. इस हादसे में 4 कर्मचारियों की मौत हो गई थी. कंपनी की ओर से कहा गया कि चारों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
कंपनी ने मृतकों के परिजनों को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के ऐलान किया है. कंपनी ने कहा कि कंपनी प्रत्येक मृतक के परिवार को 30 लाख रुपये की सहायता राशि देगी, साथ ही बीमा लाभ और लंबित वेतन का पूरा भुगतान करेगी.