LGBT यानि समलैंगिकता के बारे में आज की तारीख में लगभग हर कोई जानता है. कई मामले आए दिन हमें देखने को मिलते रहते हैं कि समलैंगिक जोड़ों ने आपस में शादी की. ऐसा ही मामला राजस्थान के भरतपुर में भी देखने को मिला जहां एक फिजिकल एजुकेशन की महिला टीचर ने अपनी ही स्टूडेंट के साथ शादी कर ली. यह शादी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है. लेकिन कैसे हुई इस लव स्टोरी की शुरुआत चलिए जानते हैं...
दरअसल, डीग की रहने वाली मीरा बचपन से ही खुद को लड़का मानती थीं. वह हमेशा लड़कों की तरह रहतीं और लड़कों के साथ ही खेलतीं. वह 5 बहनें हैं और उनका कोई भाई नहीं है. पिता बीरी सिंह को भी लगता था कि मीरा उनकी बेटी नहीं, बल्कि बेटा है. वह घर के सभी वो काम करतीं जो कि एक बेटा करता है.
स्कूल में हुई कल्पना से मुलाकात
मीरा स्पोर्ट्स की प्लेयर हैं. बचपन से ही स्पोर्ट्स में उन्हें काफी रूचि थी. इसलिए वह आगे चलकर कड़ी मेहनत के बाद स्पोर्ट्स टीचर बन गईं. उनकी तैनाती राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला में हुई. उसी स्कूल में कल्पना भी पढ़ती थीं. कल्पना कबड्डी की बहुत अच्छी प्लेयर रह चुकी हैं. उन्होंने तीन बार कबड्डी में नेशनल भी लगाया है.
ऐसे शुरू हुआ अफेयर
मीरा कल्पना को कबड्डी के नए-नए गुर सिखाती थीं. दोनों को एक दूसरे का साथ इतना पसंद आया कि उनके बीच अफेयर शुरू हो गया. समय बीतता गया और दोनों अब शादी भी करना चाहती थीं. लेकिन सेम जेंडर होने के कारण वे एक दूसरे से शादी नहीं कर सकती थीं. मीरा को फिर याद आया कि उसने 2012 में एक न्यूज में पढ़ा था कि किसी ने अपना जेंडर चेंज करवाया है. इससे उन्हें पता लगा था कि डॉक्टर की मदद से आप अपना जेंडर चेंज करवा सकते हैं.
2019 से 2021 तक चली सर्जरी की प्रक्रिया
मीरा ने फिर Youtube में इसके बारे में सर्च किया. उन्हें पता चला कि दिल्ली में एक डॉक्टर है जो जेंडर चेंज करने की सर्जरी करते हैं. मीरा उनसे मिलीं और अपना इलाज करवाया. 2019 से इलाज शुरू हुआ और लास्ट सर्जरी 2021 में हुई. अब मीरा पूरी तरह लड़का बन चुकी थीं. वह इससे काफी खुश थीं. उन्होंने अपना नाम मीरा से बदलकर आरव रख लिया.
4 नवंबर को हुई शादी
कल्पना भी अब खुश थी कि उसकी मीरा यानि आरव से शादी हो सकती है. दोनों ने फिर 4 नवंबर को शादी कर ली. दोनों के परिवार भी इस शादी से काफी खुश हैं.
'कल्पना ने दिया पूरा साथ'
आरव कुंतल ने बताया, "मैं फीमेल कोटे से सरकारी स्कूल में शिक्षक बना था. स्कूल में पढ़ने वाली लड़की कल्पना अच्छी खिलाड़ी थी. मैंने अपना जेंडर चेंज कराया, तो कल्पना ने मेरा पूरा साथ दिया. दोनों परिवारों के बीच पहले से ही काफी मेलजोल था और दोनों ही परिवार शादी के लिए सहमत थे. फिलहाल नौकरी के कागजात में नाम परिवर्तन और फीमेल से मेल जेंडर कराने के लिए काफी परेशानी हो रही है."
परिवार की सहमति से की शादी
वहीं, दुल्हन बनी कल्पना ने बताया, "मुझे फिजिकल टीचर मीरा से प्यार हो गया था. इसके बाद तीन साल में कई सर्जरी कराकर मीरा ने अपना जेंडर चेंज करा लिया. वो लड़की से लड़का बन गईं. मैं अपने गुरु के साथ शादी करके बेहद खुश हूं. दोनों परिवारों की सहमति के बाद ही हमने शादी की है."
मीरा यानि आरव के पिता इस शादी से बेहद खुश
वहीं, जेंडर चेंज कराने वाले आरव के पिता बीरी सिंह ने बताया, "मेरे पांच लड़कियां थी और कोई बेटा नहीं था. सबसे छोटी बेटी मीरा लड़की होकर भी लड़कों के जैसी रहती थी. उसकी सभी हरकतें लड़कों वाली थीं. लड़कों के साथ ही खेलती थी. अब उसने अपना जेंडर चेंज करा लिया है. मुझे बहुत खुशी है कि आरव और कल्पना की शादी हो गई है."