राजस्थान के बाड़मेर जिले के भीमड़ा गांव के पास वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग-21 क्रैश हो गया. गुरुवार को ये लड़ाकू विमान तेज धमाके के साथ एक खेत में गिरा था, जिसमें दो पायलट की जान चली गई. जिस खेत में विमान गिरा उसके मालिक हरखराम बेनीवाल ने अपनी आंखों देखी बयां की है.
उन्होंने बताया कि रात अचानक 9 बजे जोर से आवाज आई. जिसे सुनकर पूरा परिवार सहम गया. उन्हें ऐसा लगा कोई भयंकर भूकंप आया है या फिर कोई बम गिरा है. डरे सहमें वो घर से बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि एक मिग विमान आग की लपटों के साथ उनके खेत में गिरा हुआ है. जिसके मलबे से उनके घर की छत टूट गई और विमान के कुछ टुकड़े उनके घर के अंदर तक आ गए थे.
हरखराम बेनीवाल ने बताया कि इस हादसे में उनके परिवार की जान बाल-बाल बची. लेकिन उन्हें अफसोस है कि हमारी जान बचाने के चक्कर में वायुसेना के दोनों पायलट की मौत हो गई. बेनीवाल के परिवार में छह सदस्य हैं, जिसमें पति-पत्नी के अलावा तीन बेटियां और एक बेटा है. हरखाराम बेनीवाल का कहना है कि मिग के गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि सभी लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे. बाहर आकर देखा कि रेत के टीले पर विमान गिरा पड़ा था और उसमें से आग की लपटें उठ रहीं थी. दोनों पायलटों के शव पड़े थे.
हरखाराम बेनीवाल की पत्नी ने बताया कि वह हमेशा की तरह घर के आंगन में बैठी थी. अचानक जोर की आवाज सुनकर डर गईं और बच्चे बाहर आ गए. 'मैं इतनी डर गई कि मुझे कुछ होश भी नहीं रहा कि आखिर क्या हुआ है', फिर देखा तो पता चला एक हवाई जहाज खेत में क्रैश हो गया है. जिस के टुकड़े घर में देखकर मैं और भी खौफ में आ गई. भगवान का शुक्र है कि मेरे पूरे परिवार की जान बच गई नहीं तो इस हादसे में मेरा पूरा परिवार तबाह हो जाता.
हरखाराम ने खेत में बाजरे की फसल लगाई हुई थी. जो कि पूरी तरह से जलकर राख हो गई. घर के अंदर एक कच्ची झोपड़ी भी ऊपर से टूट गई. कई घंटे बीत जाने के बाद भी हरखाराम का परिवार सदमे में है. धमाके की आवाज उनके कानों में गूंज रही है. पुलिस, प्रशासन और गांव के लोग हरखाराम के परिवार की हौसला अफजाई कर रहे हैं. घर के अंदर विमान क्रैश के पुर्जे पड़े हैं, छत टूट गई है परिवार सदमे में है.