महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में करोडों रुपये की लूट की वारदात को अंजाम देने के आरोप में फरार बदमाशों को पुलिस ने राजस्थान के चुरू से गिरफ्तार किया है. करोड़ों रूपये के हीरे की ज्वेलरी, सोने के बिस्कुट और नकदी के साथ दो लोगों को पकड़ा गया है.
हैदराबाद से मुंबई आए ज्वेलर्स से मुंबई में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था. लुटेरे करीब 1.10 करोड़ रूपये के आभूषण, 01 किलो सोने के बिस्कुट और 18 लाख रूपये नकद लूटकर फरार हो गए थे.
पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग गैंग से जुड़े हुए अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पुलिस को पता चला था कि कुछ संदिग्ध दक्षिण भारत में कहीं कोई बड़ी लूट की घटना को अंजाम देकर चूरू आए हैं.
इसकी सूचना मिलने पर एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें गठित की गई. एसएचओ कस्वां सुरेश कुमार द्वारा रविवार को राजासर बीकान रोड पर संदिग्ध महेन्द्र और मनोज को इनोवा गाड़ी सहित पकड़ कर उनसे पूछताछ की गई.
महेन्द्र ने अपने साथी किशन, अशोक, प्रशांत के साथ मिलकर मुंबई में एक ज्वैलर्स से सोना, हीरे जड़ित ज्वैलरी और नकदी की लूट की घटना को स्वीकार किया. घटना का मास्टर माइंड महेन्द्र सहारण और उसका दोस्त सरदारशहर का रहने वाला है.
हैदराबाद में ज्वेलर्स की दुकान पर ये नौकरी करता था. महेन्द्र और प्रशान्त ने मिल कर लूट की योजना बनाई. योजना के अनुसार महेन्द्र अपने साथी किशन, अशोक और मनोज के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया.
महेन्द्र और उसके साथी इनोवा गाड़ी से मुंबई पहुंचे थे. प्रशान्त चौधरी हैदराबाद से जिस बस से मुंबई पहुंचा उसका लगातार पीछा कर मुंबई पहुंचते ही प्रशांत और उसके साथी को उन्होंने अपनी गाड़ी में बैठा लिया था. लूट की वारदात को अंजाम देते हुए इन आरोपियों ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया था.