राजस्थान के कोटा से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शख्स ने अपने दो भाई और पिता के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी. फिर शव को कमरे में गड्ढा खोदकर दफना दिया. दो दिन बाद बदबू और लाश फूलकर बाहर आने लगी. इसके बाद आरोपियों ने लाश को निकाला और नाले में फेंक दिया.
रेलवे कॉलोनी थाने को किसी ने सूचना दी कि नाले में एक अज्ञात लाश पड़ी है. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. महिला के हाथ पर एसएम बुद्धा लिखा था. पुलिस ने इस दिशा में जांच को आगे बढ़ाया और 31 जुलाई को पुलिस को पता चला कि एक थाने में शालू महावर नाम की महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है.
भाई और पिता की मदद से युवक ने की पत्नी की हत्या
इसके बाद पुलिस ने शालू महावर के पति बंटी महावर को शव की शिनाख्त के लिए बुलाया और लाश को पहचानने से इनकार कर दिया. पुलिस ने शालू की बहन ज्योति महावर को बुलाकर लाश की शिनाख्त कराई. इसके बाद ज्योति की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान किया.
ज्योति महावर ने पुलिस को बताया कि बंटी और शालू की शादी 2015 में हुई थी. उनके दो बच्चे हैं, लेकिन 2021 में दोनों के बीच मनमुटाव होने लगा था. शालू ने परिवारिक न्यायालय में भरण पोषण का दवा कर रखा था. जांच में पुलिस को पता चला कि बंटी को 31 जुलाई को न्यायालय में ₹150000 जमा कराने थे. वह यह रकम नहीं देना चाहता था. इसलिए उसने शालू को रास्ते से हटाने के लिए अपने दोनों भाइयों और पिता के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी बंटी को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की. आरोपी ने पुलिस को बताया कि शालू अपने घर पर चाय बना रही थी. 31 जुलाई को उसके भाई और पिता ने शालू को पकड़ लिया. फिर उसने पत्थर से पत्नी शालू का सिर कुचल दिया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
पुलिस अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ ने बताया कि हत्या करने के बाद पति बंटी ने ससुराल में फोन कर कहा कि शालू उसे छोड़कर चली गई है. इसके बाद उसके पिता ने रेलवे कॉलोनी थाने में बेटी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी.