राजस्थान के नागौर जिले के खुनखुना थाना इलाके में दुबई में काम करने वाला युवक अपने घर पर सो रहा था. उसी दौरान 4-5 बदमाश सीबीआई अधिकारी बनकर उसके घर में घुस आए. इसके बाद बदमाशों ने युवक अपहरण कर लिया और 70 रुपये की फिरौती मांगी. इस बारे में नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि मामले की सूचना मिलने के बाद युवक को मुक्त करा लिया गया है.
एसपी ने बताया कि शेरानी आबाद से युसूफ नाम के युवक का अपहरण हो गया था. वह दुबई में कारोबार करता है. इन दिनों अपने गांव आया हुआ था. वह अपने घर पर था, तभी कार में सवार होकर आए कुछ लोग यूसुफ के घर में घुस गए. वे खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर यूसुफ को अपने साथ लेकर चले गए. परिवार को लोगों को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने काफी दूर तक पीछा किया.
इसके बाद यूसुफ के भाई शबीर अहमद ने अपहरण का केस दर्ज करवाया. वहीं बदमाश यूसुफ को लेकर जयपुर रवाना हो गए. खुनखुना थाना अधिकारी जब यूसुफ के घर पहुंचे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो यूसुफ आराम से उन लोगों के साथ कार में बैठकर जाता दिखा. इस पर पुलिस कंफ्यूज भी हो गई.
एसपी ने पूरे जिले में करवा दी नाकाबंदी
नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई. इसी बीच अपहरणकर्ताओं ने यूसुफ के परिजनों को फोन किया और 70 लाख रुपये की फिरौती मांगी. इसके बाद पुलिस ने बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने आरोपियों का लगातार पीछा किया तो आरोपी जयपुर की तरफ भाग निकले. इसके बाद जयपुर पुलिस की भी मदद ली गई.
नागौर व जयपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से चलाया ऑपरेशन
नागौर व जयपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया. इसके बाद यूसुफ को जयपुर के एरिया से दस्तयाब कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पुलिस ने 350 किलोमीटर तक आरोपियों का लगातार 14 घंटे तक पीछा किया. आरोपियों ने ढाबे पर काम करने वालों के मोबाइल से कॉल कर फिरौती मांगी थी.
एसपी ने बताया कि आरोपी शातिर प्रवृत्ति के हैं. इन आरोपियों ने अपने मोबाइल का उपयोग नहीं किया. रास्ते में चाय की होटलों पर रुककर होटल पर काम करने वालों से मोबाइल मांगे और अर्जेंट कॉल करने का बहाना बनाकर फिरौती की मांग की.
भीड़भाड़ वाले इलाके में घुसे आरोपी
आरोपी जयपुर के कानोता क्षेत्र में घुस गए थे. इसके बाद जयपुर पुलिस की मदद ली गई. पुलिस ने भीड़भाड़ वाले इलाके से यूसुफ को सकुशल दस्तयाब कर लिया. यूसुफ दुबई में गाड़ियों का काम करता है. पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि आरोपियों ने यूसुफ से 70 लाख रुपये की जो फिरौती मांगी है, आखिर यूसुफ दुबई में किस तरह का काम करता है.
गिरफ्तार आरोपियों के पास से मिले फर्जी सीबीआई के कार्ड
एसपी ने बताया कि सभी पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है. जो चार आरोपी गिरफ्तार किए हैं, इनमें से एक आरोपी पूर्व में अपहरण कर फिरौती मांग चुका है. इस मामले में कई और आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है. बदमाशों के पास फर्जी सीबीआई के आईडी कार्ड मिले हैं. पुलिस ने उनसे पूछताछ कर रही है.