22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल बना रहा. कई प्रसूताओं अपने बच्चे को जन्म देने का दिन भी यही चुना. राजस्थान के धौलपुर जिले के सबसे बड़े अस्पताल डॉक्टर मंगल सिंह चिकित्सालय के श्रीकेसर महारानी मेमोरियल मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संस्थान में सोमवार को 26 नवजात शिशुओं ने जन्म लिया.
डॉ.मंगल सिंह चिकित्सालय में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 26 नवजात शिशुओं में से 14 लड़के और 12 लड़कियां पैदा हुईं. इनमें पांच की ऑपरेशन से डिलीवरी हुई तो 21 डिलीवरी सामान्य रही.
प्राण प्रतिष्ठा के दिन पैदा हुए बच्चों का नाम राम-सीता रखा गया
डेढ़ दर्जन प्रसूताओं के परिजनों ने रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा को साक्षी मानते हुए नवजात बच्चों के नाम राम और सीता रखा. इस मौके पर अस्पताल में शिशुओं के जन्म के बाद अस्पताल में भक्ति का माहौल बन गया.
अस्पताल में 14 लड़के और 12 लड़कियों का जन्म हुआ
परिजनों ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का दिन उनके लिए काफी शुभ रहा. जब पूरा देश रामलला का स्वागत कर दीपावली मना रहा था. तब उनके घर राम और सीता आए. रेजिडेंट स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.ऋचा सिंह ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन अस्पताल में 26 प्रसव हुए हैं. जिनमें पांच ऑपरेशन से हुए हैं. इनमें 14 बालक और 12 बालिकाओं ने जन्म हुआ. जन्म लेने वाले बच्चों के ज्यादातर नाम परिजनों ने राम और सीता रखे हैं.