मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दौसा जिले के 9 नगर निकायों में सड़क विकास कार्यों का शिलान्यास किया. इन सड़कों की संख्या 100 और लागत 39.14 करोड़ रुपये है. गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिलान्यास समारोह में प्रदेशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश की प्रगति में सड़क तंत्र का महत्वपूर्ण योगदान होता है.
मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को सड़कों की गुणवत्ता के साथ कार्यों को समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए. कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. विभागीय विशेषज्ञों, थर्ड पार्टी ऑडिटर के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर निगरानी रखें. इसमें स्थानीय आमजन भी जिम्मेदारी निभाएं. सीएम ने इस दौरान सीकर में सड़क के गड्ढे में गिरने से बच्चे की मौत पर उन्होंने दुःख व्यक्त किया.
'अब बीजेपी वाले गाली गलौज पर उतर आए हैं'
उधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री लाल मीणा ने सीएम की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं, 'आप मांगते-मांगते थक जाओगे, मैं देता-देता नहीं थकूंगा. हमने जो भी मांगा मुख्यमंत्री ने हंसते-हंसते दिया है. चुनावी साल है, अब बीजेपी वाले गाली गलौज पर उतर आए हैं'.
'हम एक थे, एक हैं और आगे भी एक रहेंगे'
कहा कि हमारी सरकार के 4 साल के काम को देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्य कहीं नजर नहीं आते. कांग्रेस में अंदरूनी कलह (गहलोत और पायलट के विवाद) को लेकर मीणा ने कहा कि हमारे बीच कोई लड़ाई नहीं है. पहले भी हम एक थे, आज भी एक हैं और आगे भी एक रहेंगे. चुनाव में एक साथ आकर सरकार रिपीट करेंगे'.
'पहले समस्या थी लेकिन अब खत्म हो गई'
इस दौरान उच्च शिक्षा गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सपना है कि बच्चियों को घर के नजदीक शिक्षा के बेहतर विकल्प मिलें. कॉलेजों में स्टाफ की कमी के सवाल पर कहा कि हम स्टाफ की कमी को पूरा कर रहे हैं.
राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि स्कूलों में पर्याप्त रूम नहीं होने के सवाल पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. पहले यह समस्या थी लेकिन अब खत्म हो गई है. फिर भी ऐसी कोई जानकारी मिलेगी तो हम समस्या का समाधान करेंगे.