पाकिस्तान में लगातार हिंदुओं पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं. कई पाकिस्तानी हिंदू भारतीय नागरिकता की आस में अक्सर सीमावर्ती इलाकों से सरहद पार करते हैं या फिर वैध तरीके से आने पर नागरिकता की कोशिश में लगे रहते हैं. हालांकि इस बार अनोखा मामला सामने आया है.
पाकिस्तान के मीरपुरखास के निवासी राजेश मेघवाल अपने परिवार के दस सदस्यों के साथ बगैर वीजा के दुबई से नेपाल होते हुए भारत पहुंचे हैं. इन लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. ये लोग कुछ समय तक लखनऊ और जोधपुर में रूके. फिर बाड़मेर में अपने रिश्तेदारों के यहां आ गए. इनके पास भारत का वीजा भी नहीं है. इस मामले में गृह मंत्रालय से सलाह मांगी गई है.
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के अनुसार, आधिकारिक रूप से इसके बारे में कोई भी हमें सूचना नहीं मिली थी. जब हमें इसकी जानकारी मिली तो उसके बाद परिवार के लोगों से खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की. इसमें कोई भी संदिग्ध बातें सामने नहीं आई हैं. परिवार के दस लोग बाड़मेर और जोधपुर सीआईडी के सामने भी पेश हुए. संज्ञान में आने के बाद हमने इस मामले में गृह मंत्रालय को अवगत करा दिया है. आगे की कार्रवाई के लिए सलाह मांगी है. इन परिवार के रिश्तेदार पहले से ही हिंदुस्तान में रह रहे हैं.