राजस्थान के नागौर जिले में एक शख्स की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में सरपंच के भाई का नाम आया था. इसी को लेकर गांव के पंचों ने दलित सरपंच और उसके परिवार के खिलाफ शर्मसार कर देने वाला फरमान जारी किया है. भरी पंचायत में सरपंच को एक पैर पर खड़ा रखा गया. उससे हाथ जोड़ने के लिए भी कहा गया. पंचों ने सरपंच और उसके परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया है. पीड़ित की शिकायत पर नागौर पुलिस ने 7 नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़ित के मुताबिक, पांचों का कहना है कि उसके भाई ने मर्डर किया था. इसकी यही सजा है कि वो और उसका परिवार गांव और समाज से दूर रहे. अगर, गांव में रहना है तो 5 लाख रुपये जुर्माना देना होगा. इस पर पीड़ित उसने पांचौड़ी थाने में 12 दिसंबर को एफआईआर दर्ज कराई है.
बैठक में पूर्व सरपंच, पंचों समेत पहुंचे 50 से ज्यादा ग्रामीण
बता दें कि यह मामला नागौर जिले के खींवसर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत दांतीणा का है. गांव के पंचों ने पंचायत में एक बैठक बुलाई. इसमें गांव के पूर्व सरपंच, पंचों समेत 50 से ज्यादा ग्रामीण पहुंचे थे. बैठक में सरपंच श्रवण राम मेघवाल के भाई मूलाराम पर हत्या का आरोप लगाते हुए पूर्व सरपंच और पंचों ने मिलकर इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला फरमान सुनाया.
'हम तुम्हारे पूरे परिवार का हुक्का पानी बंद कर रहे हैं'
लोगों ने सरपंच से कहा कि तुम्हारे भाई ने जो मर्डर किया है, उस मामले में हम तुम्हारा और तुम्हारे पूरे परिवार का हुक्का पानी बंद कर रहे हैं. गांव और समाज के साथ बैठना है तो 5 लाख रुपये देने होंगे. इस दौरान श्रवण को एक पैर पर खड़े होने के लिए मजबूर किया गया.
'जीतू सिंह की हत्या से उसका कोई लेना देना नहीं है'
इस फरमान के खिलाफ सरपंच श्रवण राम मेघवाल ने कहा कि जीतू सिंह की हत्या से उसका कोई लेना देना नहीं है. अगर उसका भाई मूलाराम आरोपी है तो उसके खिलाफ कानून कार्रवाई कर रहा है. मगर, इस पंचायत में सरपंच की एक भी बात नहीं सुनी गई.
सरपंच ने आरोप लगाया कि पंचायत में शेराराम, रामूराम, उमाराम, लूणाराम, श्रवणराम, उमा राम, प्रहलाद और प्रतापप राम ने कहा कि हम सभी लोग अपने आप में स्वयंभू पंच हैं. सभी ने बहुत परेशान किया. गाली गलौज करते हुए शारीरिक और मानसिक कष्ट दिए.
दरअसल, जीतू सिंह राजपूत के साथ 5 तारीख को साथ मारपीट की गई थी. इसके बाद उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में सरपंच के बड़े भाई का नाम आया था. वो जेल में बंद है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने कहा कि सरपंच ने शिकायत दी है. पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.