पंचायत आजतक राजस्थान के तहत शुक्रवार को भरतपुर में 'पधारो म्हारे देश' विषय पर चर्चा हुई. इस दौरान पर्यटन विभाग के ज्वाइंट पवन कुमार जैन और टूरिज्म रिसेप्शन सेंटर के डिप्टी डायरेक्टर संजय जौहरी मौजूद रहे. पवन कुमार जैन से जब राजस्थान के टूरिज्म सेक्टर में हुए बदलावों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजस्थान में टूरिज्म से लेकर हॉस्पिटैलिटी तक सभी चीजें लाजवाब हैं.
जैन ने आगे कहा कि यहां की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से हेरिटेज साइट्स तक सभी टूरिस्ट प्लेस लोगों को आकर्षित करते हैं. बैसन के गट्टे और दाल बाटी चूरमा से लेकर केर सांगरी तक यहां का खानपान बेहद लजीज है. यहां के कालबेलिया डांस को यूनेस्को की सूची में भी शामिल किया गया है.
उदयपुर के बारे में बात करते हुए पवन जैन ने कहा कि उदयपुर की हरियाली, वहां के तालाब, सवाई माधोपुर की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, सरिस्का और सरिस्का नेशनल पार्क लोगों को खूब भाता है. जैन ने एक बड़ा डेटा साझा करते हुए कहा कि 75 फीसदी से ज्यादा हैरिटेज होटल राजस्थान में हैं.
जैन ने यह भी कहा कि पर्यटन क्षेत्र में आए दिन नवाचार होते रहते हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को बार-बार एक ही चीज नहीं दिखाई जा सकती है. जयपुर के आमेर किले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां काफी समय से हाथी की सवारी हो रही है. यह एक तरह से रॉयल्टी की निशानी है. इसके बाद लाइट शो की शुरुआत हुई. फिर लाइव कॉन्सर्ट शुरू किए गए.
जैन ने आगे कहा कि राजस्थान में पहले होटलों के मालिकों को होटलर्स कहा जाता था. अब उनके होटल व्यवसाय को उद्योग धंधे का दर्जा मिलने से वह उद्योगपति बन गए हैं. सभी होटल व्यवसायी 2023 तक कमर्शियल चार्ज दे रहे थे. लेकिन अब उनका चार्ज उद्योगों वाला कर दिया गया है. उदाहरण के तौर पर पहले अगर किसी काम के लिए 100 रुपए देने पड़ते थे तो अब 70 रुपए ही देने पड़ते हैं.
उन्होंने बताया कि राजस्थान में अगर किसी के पास 1950 से पहले की प्रॉपर्टी है तो वह उसके लिए हैरिटेज का सर्टिफिकेट जारी करा सकते हैं. इसके बाद उसे हैरिटेज होटल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसी जगहों की बार लाइसेंस फीस भी सब्सिडाइज है. जैसे बाकी होटलों में 8 लाख रुपए लगते हैं तो हैरिटेज होटल में महज 3 लाख रुपए ही लगेंगे.
इस मुद्दे पर ही बात करते हुए संजय जौहरी ने कहा कि भरतपुर में पर्यटन की काफी संभावनाए हैं. यहां राजकीय म्यूजियम है. गंगा मंदिर, लक्ष्मण मंदिर भी है. जहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने पर्यटकों की मदद के लिए असिस्टेंट फोर्स भी लगा रखी है.