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बढ़ी दाढ़ी, मैले कपड़े... मजूदर बनकर ओडिशा में छिपा था पेपर लीक का वांटेड वाइस प्रिंसिपल

वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में वांटेड सरकारी स्कूल के वॉइस प्रिंसिपल अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी शेरसिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के डर से वह ओडिशा के कालाहांडी जिले के भवानीपट्टनम गांव में एक स्कूल की निर्माणाधीन बिल्डिंग में दिहाड़ी मजदू के तौर पर काम कर रहा था.

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अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा गिरफ्तार
अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा गिरफ्तार

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप राजस्थान ने वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में वांटेड सरकारी स्कूल के वॉइस प्रिंसिपल अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को गिरफ्तार किया है. एक लाख रुपये के इनामी शातिर को एसओजी ने पकड़ा है. उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

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आरोपी शेरसिंह ने बताया कि वह ओडिशा के कालाहांडी जिले के भवानीपट्टनम गांव में एक स्कूल की निर्माणाधीन बिल्डिंग में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहा था. वह मजदूरों की तरह फटे मैले कपड़े पहनकर और दाढ़ी-मूंछे बढ़ाकर राजस्थानी मजदूर बनकर रह रहा था. 

गिरफ्तारी के डर से मजदूर बनकर रह रहा था

एक करोड़ रुपये में पेपर बचने वाले आरोपी को इस तरह मजदूरी करते देख एसओजी के अधिकारी भी चकरा गए. एसपी विकास सांगवान और इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल की टीम ओडिशा के भवानीपट्टनम गांव पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया. गुरुवार सुबह ओड़िशा से फ्लाइट के जरिए दिल्ली लाया गया. पुलिस आरोपी शेरसिंह के कॉल डिटेल और लोकेशन का एनालिसिस करेगी.

उसने पेपर किस व्यक्ति से कितने रुपये में दिए. इसके अलावा आरोपी को फरारी के दौरान किन-किन लोगों ने मदद की. बता दें, आरोपी शेरसिंह का पकड़ा जाना इसलिए भी अहम है क्योंकि उसी ने पेपर लीक के सरगना भूपेंद्र सारण को एक करोड़ रुपये में पेपर बेचा था. मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के पकड़े जाने के बाद पहली बार शेरसिंह का नाम सामने आया था.

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पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की तलाश में जुटी पुलिस

इसके बाद मामले की जांच 3 दिन पहले ही पुलिस मुख्यालय ने उदयपुर पुलिस से एसओजी को सौंपी थी. उसके बाद एसओजी ने आरोपी शेरसिंह को गिरफ्तार कर लिया है. अब भले ही एसओजी छोटी-मोटी मछलियों को पकड़ अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका अभी भी राजस्थान पुलिस की पकड़ से कोसो दूर है.

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