राजस्थान हाई कोर्ट में शनिवार को एक जनहित याचिका दायर कर दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ को चुनौती देते हुए दावा किया गया कि संविधान इस पद को मान्यता नहीं देता है. याचिकाकर्ता वकील ओम प्रकाश सोलंकी ने भी नियुक्तियों को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने कहा, "उपमुख्यमंत्री पद असंवैधानिक है और भारत के संविधान में ऐसे किसी पद का उल्लेख नहीं है."
शुक्रवार को जबकि भाजपा नेता भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, दीया कुमारी और बैरवा ने एक समारोह में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भाग लिया.
जयपुर के अलबर्ट हॉल में आयोजित भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र ने भजनलाल शर्मा को सीएम पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल शामिल हुए. इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के नए सीएम मोहन यादव, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, अर्जुनराम मेघवाल, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, त्रिपुरा के सीएम मणिक साहा, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम नेता पहुंचे.
बीजेपी ने राजस्थान में 115 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं. राज्य की 200 में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था. एक सीट पर उम्मीदवार के निधन की वजह से चुनाव टाल दिया गया था. भजनलाल पहली भरतपुर के रहने वाले हैं. और पहली बार विधायक बने हैं.
वहीं, दीया कुमारी विद्यानगर से विधायक हैं. जबकि बैरवा दूदू सीट से विधायक हैं. अजमेर नॉर्थ से विधायक वसुदेव देवनानी को स्पीकर बनाया गया है. दीया कुमारी 2019 लोकसभा चुनाव में राजसमंद से चुनाव जीती थीं. उन्होंने 5.51 लाख से ज्यादा वोट से चुनाव जीता था. दीया कुमारी जयपुर राजपरिवार से हैं. उन्होंने 2013 में राजनीति में कदम रखा था. वे 2 बार की विधायक और एक बार की सांसद भी हैं.