राजस्थान के सिरोही जिले में एक पुलिस कांस्टेबल की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना उस समय हुई जब सिपाही शिवरात्रि में मेले के दौरान ड्यूटी पर तैनात था. बताया जा रहा है कि मेले में दो गुटों के बीच किसी बात पर झगड़ा हो गया. सिपाही ने बीच बचाव करने की कोशिश की लेकिन झगड़ कर रहे कुछ लोगों ने सिपाही पर हमला बोल दिया. पहले सिपाही को डंडों से पीटा फिर चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी. आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. पुलिस कप्तान अनिल कुमार ने बताया कि मृतक कांस्टेबल शुक्रवार रात स्वरूपगंज थाने के लौटाना गांव में आयोजित शिवरात्रि के मेले में ड्यूटी लगाई थी. इस दौरान आदिवासियों के दो गुटों में मारपीट हो गई. माहौल बिगड़ता देख ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल निरंजन सिंह बीच बचाव करने पहुचे. इसी दौरान करीब 10 से 12 लोगों निरंजन सिंह को घेर लिया और उन पर चाकू और डंडों से हमला बोल दिया.
चाकू से गोदकर पुलिस कांस्टेबल की हत्या
इस हमले में बुरी तरह घायल हुए 35 वर्षीय निरंजन सिंह ने दम तोड़ दिया. जिला पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित कीं. हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है. पुलिस ने इस हत्याकांड में 12 आरोपियों को नामजद किया है. जिसमें 3 लोगों को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया
कांस्टेबल निरंजन सिंह की मौत के बाद पुलिस महकमे में मातम पसरा हुआ है. निरंजन सिंह नागोर जिले के गोटन के रहने वाले थे. पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को पैतृक निवास भेज दिया गया. पूर्व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी और पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी.