राजस्थान कांग्रेस में सियासी खेला चल रहा है. मु्ख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में करीब 90 विधायक लामबंद हो गए हैं और आलाकमान को आंख दिखा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ राजस्थान से एक और तस्वीर सामने आई है. ये तस्वीर आई है खेल के मैदान से जहां गहलोत सरकार के खेल मंत्री पोलो खेल रहे हैं तो वहीं विधानसभा के स्पीकर समेत कुछ माननीय इस मुकाबले का लुत्फ ले रहे हैं.
राजस्थान के कुछ माननीय खेल के मैदान में पोलो का आनंद ले रहे थे. इन माननीयों में राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी भी थे. सीपी जोशी से जब पोलो मैच को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. सीपी जोशी बस इतना बोलकर निकल गए कि यहां पोलो को लेकर नो कमेंट.
वहीं, दूसरी तरफ खेल मंत्री अशोक चंदाना ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि पोलो मैच खेलना मेरे व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा है. इसका राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि हम अपने आलाकमान और लोगों के प्रति उत्तरदायी हैं.
राजस्थान सरकार के खेल मंत्री अशोक चंदाना ने विधायक दल की मीटिंग और विधायकों के पोलो मैच देखने को लेकर सवाल पर कहा कि हम आलाकमान और जनता को जवाब देंगे.
पोलो मैच देखने के लिए विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मैदान में पहुंचे थे. कांग्रेस विधायक दल की बैठक से किनारा कर पोलो मैच देखने पहुंचने को लेकर किसी भी नेता ने कोई बयान नहीं दिया है.
गौरतलब है कि अशोक गहलोत के बाद राजस्थान सरकार की कमान किसे दी जाए, इसे लेकर विधायकों की राय जानने के लिए जयपुर पहुंचे थे. कांग्रेस पर्यवेक्षक के रूप में जयपुर पहुंचे अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी बुलाई थी लेकिन अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने इस बैठक से किनारा कर लिया.
गहलोत के समर्थन में विधायक खुलकर उतर आए और ठीक उसी समय मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर मीटिंग की जिस समय विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. शांति धारीवाल के आवास पर मीटिंग के बाद विधायक बस में सवार होकर स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा लेकर पहुंच गए थे.