राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मंगलवार को कहा कि छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों के पीछे पढ़ाई का दबाव और माता-पिता की अपेक्षाएं मुख्य कारण हैं. जयपुर में मंगलवार को शुरू हुए 'जयपुर एजुकेशन समिट' में बोलते हुए दिलावर ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना चाहिए और उन पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए. उन्होंने कहा, 'पढ़ाई का दबाव और माता-पिता की उम्मीदें छात्रों की आत्महत्या के मामलों को बढ़ा रही हैं.'
वायरल वीडियो पर मंत्री ने क्या कहा?
चित्तौड़गढ़ के एक स्कूल के हेडमास्टर और महिला शिक्षक का हाल ही में वायरल हुआ 'आपत्तिजनक' वीडियो पर मंत्री ने इसे शिक्षा व्यवस्था पर 'काला धब्बा' बताया. उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द ही सेवा से बर्खास्त किया जाएगा.
नैतिक शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर जोर
समिट में 500 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और शिक्षा मंत्री से पढ़ाई से जुड़ी अपनी चिंताएं बताई. एक प्राइवेट कॉलेज की हेडमास्टर रेनू जोशी ने पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा को शामिल करने की जरूरत पर जोर दिया. महिला अधिकार कार्यकर्ता ममता शर्मा ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की बात पर जोर दिया. मंत्री ने छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें.
हेडमास्टर और लेडी टीचर सस्पेंड
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में हेडमास्टर और महिला टीचर का कथित 'आपत्तिजनक' वीडियो वायरल होने के बाद गंगरार इलाके के स्कूल के शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है. चित्तौड़गढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी (एलिमेंटरी) राजेंद्र शर्मा ने कहा कि उन्हें एक ई-मेल मिला है, जिसमें वीडियो में दिख रहा है कि महिला टीचर हेडमास्टर के कमरे के अंदर है. वीडियो वायरल होने के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया और जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के जॉइंट डायरेक्टर की अध्यक्षता वाली एक समिति ने सोमवार को स्कूल में जांच की.