राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद शुरू हुआ बीजेपी सरकार का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने अब विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि वह मंत्रालय का सवाल का जवाब नहीं देंगे और विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होंगे. उपचुनाव में अपने भाई जगमोहन मीणा को BJP से टिकट मिलने के बाद उनकी नाराजगी दूर हुई थी.
किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से पत्र लिखकर जरूरी काम से विधानसभा सत्र से छुट्टी मांगी है. दरअसल, 31 जनवरी से राजस्थान में विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है, ऐसे में अब राजस्थान सरकार के लिए बहुत कम समय है किसी दूसरे मंत्री को ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्रालय का जवाब देने के लिए तैयारी करवाने के लिए.
इससे पहले भी विधानसभा में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा नहीं आए थे और अपरिहार्य कारणों से विधानसभा अध्यक्ष से विधानसभा सत्र से छुट्टी मांग लिए थे, जिसके बाद उनके मंत्रालय के सवालों का जवाब दूसरे मंत्रियों ने दिया था.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान दौसा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के जीतने और बीजेपी के उम्मीदवार के हारने के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. मगर इस्तीफा मंज़ूर नहीं हुआ था. इसके बाद दौसा सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में BJP ने इनके भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिया तो ये फिर से खुद को मंत्री कहने लगे और मंत्री के तौर पर काम काज करने लगे.
मगर दौसा उपचुनाव में भी डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हार गए, जिसके बाद एक बार फिर से डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा मंत्रालय का काम नहीं देखना चाहते हैं. ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा लंबे समय से अपने सरकार से नाराज चल रहे हैं और कहा जा रहा है कि पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर अपनी नाराज़गी जता चुके हैं.