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राजस्थान: कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन, जयपुर के SMS अस्पताल में चल रहा था इलाज

राजस्थान में कांग्रेस के विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन हो गया है. लंबे समय तक मेदांता में भर्ती रहने के बाद उन्हें जयपुर लाया गया था, जहां सवाई मान सिंह अस्पताल में उनका निधन हो गया. उनके निधन पर सीएम अशोक गहलोत ने दुख जताया है.

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कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा (फाइल फोटो)
कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा (फाइल फोटो)

राजस्थान में कांग्रेस के विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन हो गया है. वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था. लंबे समय तक मेदांता में भर्ती रहने के बाद उन्हें जयपुर लाया गया था, जहां सवाई मान सिंह अस्पताल में उनका निधन हो गया. 

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कांग्रेस के सीनियर विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा का निधन हो गया है. उन्होंने 77 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. उनका पार्थिव शरीर हनुमान नगर के आवास पर लाया गया है. विद्याधर नगर ब्राह्मण महासभा भवन में उनका पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रखा जाएगा. सोमवार को सरदारशहर में अंतिम संस्कार किया जाएगा.  

अशोक गहलोत ने जताया शोक 

सरदारशहर (चूरू) से कांग्रेस विधायक श्री भंवरलाल शर्मा के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं. काफी समय से वो अस्वस्थ चल रहे थे, उनके स्वास्थ्य को लेकर मैं उनके परिवारजनों के सम्पर्क में था, कल रात एसएमएस अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों से जानकारी ली और परिवार से मुलाकात की थी. ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस बेहद कठिन समय में सम्बल प्रदान करें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें.
 

कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे भंवरलाल

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राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री भंवरलाल शर्मा कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे, लेकिन वह लगातार अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत का झंडा उठाए रहे. चूरू जिले की सरदारशहर सीट से 7 बार विधायक चुने जा चुके हैं, लेकिन एक बार भी गहलोत सरकार में मंत्री नहीं बन सके.  

भंवरलाल शर्मा के 30 साल के राजनीतिक सफर के दौरान प्रदेश की सरकारों पर तीन बार बड़ा संकट आया, जिसमें उन्होंने संकटमोचक की भूमिका निभाने का काम किया. पहली बार 1996-97 में भाजपा सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगे. इसके बाद 1998 में कांग्रेस की सरकार बनी तब भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि गहलोत सरकार के लिए वो संकट बनकर खड़े रहे. 

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राहुल गांधी पर की थी विवादित टिप्पणी

भंवरलाल ने राहुल गांधी पर तीखी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी चार-पांच जोकरों से घिरे हुए हैं, उन्हें चापलूसों ने घेर रखा है. राहुल गांधी और सचिन पायलट जैसे लोग राजनीतिक विरासत से आए हैं. कांग्रेस पार्टी ने उनके इस बयान पर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. हालांकि, 2008 विधानसभा चुनाव से पहले फिर से उन्हें बहाल कर दिया गया था. 

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पायलट के समर्थन में गहलोत के खिलाफ बगावत

साल 2020 में जब सचिन पायलट गुट ने अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की थी और दिल्ली में डेरा डाल लिया था. उनके साथ भंवरलाल शर्मा भी शामिल थे. बाद में कांग्रेस ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश के आरोप के चलते उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी. 

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17 की उम्र में राजनीति में आ गए थे भंवरलाल 

राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर के जैतसीसर गांव में 17 अप्रैल 1945 को भंवरलाल शर्मा का जन्म हुआ था. उन्होंने 17 साल की उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था. सबसे पहले साल 1962 में सरदारशहर की जैतसीसर ग्राम पंचायत के सरपंच बने. वह 1982 तक गांव के सरपंच रहे. इसके बाद 1982 में वे सरदारशहर पंचायत समिति के प्रधान चुने गए.  

1985 में पहली बार बने विधायक 

भंवरलाल शर्मा ने 1985 में लोकदल से पहला राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने. विधायक बनने के बाद शर्मा ने जनता दल पार्टी ज्वाइन की. 1990 में दूसरी बार विधायक बनने में सफल रहे. दूसरी बार विधायक बनने पर भंवरलाल शर्मा को राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री बनाया गया. फिर इन्होंने 1996 में राजस्थान विधानसभा उपचुनाव जीता. साल 1998, 2003, 2013 और 2018 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने.  

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