राजस्थान के नागौर में बड़ी घटना सामने आई है. यहां एक केस में गवाही देने आए हरियाणा के गैंगस्टर संदीप विश्नोई (सेठी) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात को नागौर कोर्ट के बाहर अंजाम दिया गया. घटना के बाद बदमाश सेठी की बॉडी भी साथ ले गए हैं. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंच गई है और जांच कर रही है. पुलिस को गैंगवॉर की आशंका है.
पुलिस के अनुसार, संदीप को सुनवाई के लिए नागौर कोर्ट लाया गया था. इसी दौरान कार सवार बदमाशों ने 9 राउंड फायरिंग की, जिससे संदीप की मौके पर ही मौत हो गई. सभी शूटर ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो में आए थे. बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस ने नागौर के आसपास बैरिकेडिंग कर दी है. सभी वाहनों की जांच की जा रही है. घटना के बाद कोर्ट के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई. संदीप विश्नोई के शव को अस्पताल में रखा गया है.
मामले की जांच से जुड़े एक पुलिसकर्मी ने बताया कि संदीप हरियाणा का मूल निवासी था और सुपारी लेकर वारदात को अंजाम देता था. इसके साथ ही अवैध शराब तस्करी में भी शामिल था. विश्नोई सेठी गिरोह से जुड़ा था. उसने नागौर में एक व्यापारी की भी हत्या की थी. प्रथम दृष्टया ये हत्या का मामला लग रहा है.
गैंगस्टर राजू फौजी का खास दोस्त था संदीप
भीलवाड़ा में दो आरक्षकों की हत्या करने वाला तस्कर राजू फौजी और गैंगस्टर संदीप विश्नोई भी काफी करीबी दोस्त थे. संदीप ने ही पुलिसकर्मियों को मारने के लिए राजू फौजी को हथियार दिए थे. संदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसने अपने गिरोह को चलाने के लिए उत्तर प्रदेश के एक सप्लायर से हथियार खरीदे थे. फौजी कुख्यात गैंगस्टर भी है.
2016 में फौजी ने मदद की तो बन गए दोस्त
2016 में विश्नोई बाड़मेर में छिपा था, इस दौरान फौजी ने उसकी मदद की थी. इसके बाद फौजी और संदीप के बीच अच्छी दोस्ती हो गई. पुलिस पूछताछ में पता चला कि गैंगस्टर संदीप ने राजू फौजी को रिवॉल्वर, पिस्टल समेत कई हथियार दिए थे. संदीप ने बताया था कि उसने इसके लिए फौजी से कोई पैसा नहीं लिया. सिपाही की हत्या के बाद फौजी उसके साथ हरियाणा में रहा.
30 लाख सुपारी लेकर हत्या की थी
तीन साल पहले 29 नवंबर 2019 को नागौर हत्याकांड में पहली बार संदीप विश्नोई का नाम सामने आया था. पूछताछ में पता चला कि एक महिला ने अपने पति की हत्या का बदला लेने के लिए साजिश रची थी. महिला ने हरियाणा के गैंगस्टर संदीप विश्नोई को हत्या के लिए 30 लाख रुपये सुपारी दी थी. इस मामले में गैंगस्टर संदीप नागौर जेल में बंद था.
सांसद ने घटना पर उठाए सवाल
वहीं, इस घटना के बाद माहौल भी गरमा गया है. सांसद बेनीवाल ने पुलिस की संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं. सांसद ने कहा कि नागौर शहर में न्यायालय परिसर में सरेआम फायरिंग करके एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई. ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक का आवास इस न्यायालय परिसर से महज 50 मीटर दूर है. कलेक्टर, एसपी का कार्यालय महज वहां से 100 मीटर दूर है.
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाए. नागौर समेत प्रदेश में बढ़ते अपराध चिंता का विषय हैं. प्रदेश की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है. इस तरह की घटनाएं राजस्थान में जंगलराज होने का प्रमाण हैं.
अपराधियों की पहली पसंद बन गया राजस्थान: बीजेपी
राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला. पूनिया ने कहा कि नागौर में सरेआम गैंगवार वो भी बिल्कुल बेखौफ. गहलोतजी आपकी सरकार किसकी सुरक्षा के लिए काम कर रही है? प्रदेश अपराधियों की पहली पसंद बन चुका है और अब वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान अपराध का पर्याय कहलाने लगेगा.
अब तो बदलाव ही समाधान है.
(जयकिशन शर्मा के इनपुट के साथ)