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उदयपुर हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. इसके मुताबिक, कन्हैयालाल की दुकान से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर आरोपी मोहसिन ने हत्या की साजिश रची थी. बताया जा रहा है कि आरोपियों में शामिल मोहसिन के चिकन शॉप और आसिफ के किराए वाले कमरे में हत्याकांड की पूरी साजिश रची गई थी. इन दोनों जगहों पर आरोपियों ने कई बार मीटिंग की थी.
जांच में सामने आया है कि कन्हैयालाल की दुकान से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर आरोपी मोहसिन की चिकन शॉप थी. इसी इलाके में अन्य आरोपी आसिफ भी किराए के मकान में रहता था. शनिवार को मोहसिन की चिकन शॉप के आगे एक स्कूटी मिली है. दावा किया जा रहा है कि ये स्कूटी आरोपी मोहसिन के नाम पर रजिस्टर्ड है.
मोहसिन की शॉप के आगे मिली स्कूटी का नंबर RJ27BS 1226 है. बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल की हत्या से पहले रेकी के लिए इस स्कूटी और 2611 नंबर की बाइक का इस्तेमाल किया गया था. बताया जा रहा है कि आरोपी मोहसिन की चिकन शॉप पर रियाज और मोहम्मद गौस अक्सर आते रहते थे.
सामने आया एक और सीसीटीवी फुटेज
कन्हैयालाल की हत्या मामले में एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स स्कूटी पार्क करता दिख रहा है. सूत्रों को मुताबिक, स्कूटी पार्क करने वाला शख्स आरोपी मोहसिन ही है.
मोहसिन और आसिफ को रियाज ने धर्म के नाम पर रेडिकलाइज करके साजिश में शामिल किया था. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए रियाज 2611 नंबर वाली बाइक से आया था जबकि मोहम्मद गौस 1226 नंबर की स्कूटी से आया था. फिलहाल, सूत्रों की माने तो हत्याकांड की साजिश में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. फिलहाल जांच पड़ताल जारी है.
घटना में घायल चश्मदीद ने बताई पूरी कहानी
कन्हैयालाल की दुकान में घटना के दौरान मौजूद चश्मदीद ईश्वर सिंह से भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आज मुलाकात की. इस दौरान कपिल मिश्रा ने ईश्वर सिंह का हालचाल लिया और घटना के संबंध में भी जानकारी ली. ईश्वर सिंह ने बताया कि घटना के दौरान कन्हैयालाल एक कस्टमर के कपड़ों के लिए नाप ले रहे थे. इसी दौरान मोहसिन और आसिफ दुकान में आ गए. ईश्वर सिंह ने बताया कि अंदर आने के बाद दोनों ने कन्हैयालाल पर हमला कर दिया. इस दौरान दुकान में एक लड़का भी मौजूद था. वह चीखा और दुकान के बाहर चला गया. इसके बाद मैंने कन्हैयालाल को बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने मेरे सिर पर पीछे से वार कर दिया. इसके बाद दोनों ने कन्हैयालाल पर वार करना शुरू कर दिया. ईश्वर सिंह ने बताया कि मैंने आवाज भी लगाई लेकिन मदद को कोई नहीं आया. डर के चलते सभी लोग भाग गए. बता दें कि वारदात के दौरान घायल ईश्वर सिंह का इलाज जारी है.
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