राजस्थान में कोटा के अभय कमांड सेंटर के पुलिसकर्मी एक 55 साल के व्यक्ति के लिए जीवनदाता बनकर सामने आए. दरअसल, बुधवार दोपहर को वे अपनी बेटी की स्कूटी की पिछली सीट पर बैठकर घर जा रहे थे कि अचानक ही वह सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़े और खून की उल्टी भी करने लगे. हेड कांस्टेबल मोहम्मद रफीक और निरंजन कुमार ने दौड़कर व्यक्ति को सीपीआर दिया और उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज किया.
रंगमबरी इलाके के निवासी सुनील कुमार लुथरा शाम करीब 4.45 बजे अपनी बेटी के साथ स्कूटी पर पीछे बैठकर घर जा रहे थे. तभी उन्होंने अपनी बेटी से अभय कमांड सेंटर के सामने गाड़ी रोकने को कहा और बेहोश होकर गिर पड़े.
ये सब देखते ही दो पुलिसकर्मी उस व्यक्ति के पास दौड़ पड़े. उन्होंने देखा कि शख्स ने खून की उल्टी की थी. उन्होंने सेंटर से अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया और लुथरा को अस्पताल ले जाने के लिए एक वाहन मांगा. कांस्टेबल रफीक ने बताया कि यह मानते हुए कि व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है, निरंजन कुमार ने उसे सड़क पर लिटाया और 2-3 मिनट तक सीपीआर दिया, जिससे उसकी हालत सामान्य हो गई.
एक अन्य कांस्टेबल ने एक कार निकाली और वे लोग व्यक्ति को पास के एक निजी अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत खतरे से बाहर है. समय पर मदद के लिए पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करते हुए, लुथेरा की पत्नी ने कहा कि उन्हें मामूली ब्लॉकेज थी और उसका इलाज चल रहा था. उन्हें सुबह बेचैनी की शिकायत की, लेकिन फिर भी उन्होंने दुकान पर जाने का फैसला किया. हालांकि, बाद में दिन में उनकी हालत बिगड़ गई और उन्होंने अपनी बेटी को उसे घर ले जाने के लिए बुलाया. उन्होंने कहा कि अस्पताल में आगे की चिकित्सा जांच चल रही है.