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राजस्थान: 'शहीद वीरांगनाओं के लिए बोलने पर इलाके में विकास कार्य रोके', कांग्रेस विधायक का आरोप

दिव्या मदेरणा ने कहा कि शहीद वीरांगनाओं के मुद्दे पर बोलने की वजह से उनके इलाक़े के विकास कार्य रोक दिए गए हैं. 2 दिनों में 44 सड़कें जो बनने जा रही थीं, वह भी कैंसिल कर दी गईं. अगर जल्द सड़क नहीं बनाई गई तो शहीद वीरांगनाओं की तरह मुंह में घांस लेकर धरने पर बैठ जाऊंगी

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कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा

राजस्थान की राजनीति में पुलवामा के शहीदों की पत्नी का विरोध प्रदर्शन जारी है. उस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस का स्टैंड भी बंटा नजर आ रहा है. अब इसी कड़ी में कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने गहलोत सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने यहां तक आरोप लगाया है कि उनके इलाके में विकास कार्य रोक दिए गए हैं.

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दिव्या मदेरणा ने कहा कि शहीद वीरांगनाओं के मुद्दे पर बोलने की वजह से मेरे इलाक़े के विकास कार्य रोक दिए गए हैं. 2 दिनों में 44 सड़कें जो बनने जा रही थीं, वह भी कैंसिल कर दी गईं. अगर जल्द सड़क नहीं बनाई गई तो शहीद वीरांगनाओं की तरह मुंह में घांस लेकर धरने पर बैठ जाऊंगी और फिर देखती हूं के सरकार कितने बजे रात में मुझे धरने से उठाती है. शहीद वीरांगनाओं के मुद्दे पर विधायक ने कहा कि मैं देवर को नौकरी देने की मांग के पक्ष में नहीं हूं, मगर जिस तरह से सरकार ने पूरे मामले को हैंडल किया, इससे कांग्रेस पार्टी को नुक़सान हुआ है.

अब दिव्या मदेरणा तो गहलोत सरकार पर निशाना साधा ही, इसी तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और सिरोही से विधायक संयम लोढ़ा भी उन पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में BJP और कांग्रेस के बीच याराना चल रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सारे नियम को धता बताते हुए सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशों को किनारे करते हुए वसुंधरा राजे को बंगला आवंटित कर दिया. वैसे शहीद वाले मुद्दे पर तो सचिन पायलट भी सीएम गहलोत के खिलाफ स्टैंड ले चुके हैं.

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मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि अगर नौकरी देने की बात है तो एक या दो नौकरी देने से कोई बड़ा बदलाव नहीं आ जाएगा. जो मार्मिक मामले होते हैं, उन्हें संवेदनशील तरीके से हैंडल करना चाहिए. अगर नौकरी नहीं भी देना चाहते हैं तो बात कर समझाना चाहिए. ये कोई  बीजेपी-कांग्रेस का मुद्दा नहीं है. सेना देश की रक्षा करती है, ये पूरे भारत की सेना है. वो अगर सीमा पर गोली खा रही है या देश की रक्षा कर रही है तो वो हमारे लिए कर रही है. अब इससे पहले भी इसी मुद्दे को लेकर पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ स्टैंड लिया है.

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