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राजस्थान में पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले तीन सरगनाओं को पुलिस ने पकड़ा है. पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश ढाका, सुनील बेनीवाल को हैदराबाद और महिला आरोपी शम्मी विश्नोई उर्फ छम्मी को यूपी के बरसाना से गिरफ्तार किया है. खास बात ये है कि परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाली सरकारी महिला टीचर आरोपी शम्मी विश्नोई ने फरारी के दौरान अपने पाप का प्रायश्चित करने के लिए बरसाना की गलियों को अपना ठिकाना बना लिया था. वहीं, मुख्य आरोपी ओपी ढाका और सुनील हैदराबाद में एक फ्लैट पर मौज-मस्ती कर रहे थे. जिन्हें जोधपुर स्पेशल साइक्लोनर टीम ने अलग-अलग ऑपरेशन चला अनूठे तरीके से धर दबोचा.
बता दें कि प्रदेश में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा से लेकर 6 से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर फरार हुए ये तीनों आरोपी पेपरलीक माफिया जगदीश विश्नोई गैंग से जुड़े हैं. इसमें ओमप्रकाश ढाका मुख्य आरोपी है, जो गैंग चलाने वाला हैंडलर है. दूसरा आरोपी सुनील बेनीवाल डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षाओं में बैठता था और उसके साथ महिला आरोपी शम्मी विश्नोई जो पेशे से सरकारी टीचर थी, वो भी अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लेकर कई परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनकर युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेलने का काम करती थी. इतना ही नहीं, महिला आरोपी शम्मी विश्नोई बालोतरा पुलिस थाने की मोस्टवांटेड भी है, लेकिन जब उसके पाप का घड़ा भर गया, तो पति को छोड़ बरसाना निकल पड़ी. जहां वह धार्मिक यात्राओं में पूजा-पाठ करने और गायों की सेवा में लीन हो गई.
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने चलाए तीन ऑपरेशन
जोधपुर आईजी विकास कुमार ने बताया कि पेपर लीक के इनामी बदमाशों को पकड़ने के लिए तीन अलग-अलग ऑपरेशन चलाए गए. इसमें मुख्य आरोपी ओपी विश्नोई के लिए ऑपरेशन शिवबंगा, आरोपी सुनील के लिए ऑपरेशन डीप ब्लू और आरोपी शम्मी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन राजवृक्ष चलाया गया. जिन्हें इनपुट मिलने के बाद हैदराबाद और बरसाना में पुलिस की टीमों ने पिछले 2 महीने से डेरा डाल रखा था.
आरोपी महिला शम्मी को श्रद्धालुओं का भेष रखकर पकड़ा
इस दौरान ओपी ढाका और सुरेश बेनीवाल के हैदराबाद में एक फ्लैट में छुपे होने की जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस की टीम रेकी कर गैस सिलेंडर की सप्लाई देने के बहाने फ्लैट में घुसी और दोनों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि महिला आरोपी शम्मी विश्नोई को पकड़ने के लिए पुलिस ने श्रद्धालुओं का भेष रखा और धार्मिक यात्राओं पर नजर रखी. इसी दौरान शम्मी विश्नोई को बरसाना में गायों की शोभायात्रा में आरती और मंदिरों में भजन-कीर्तन करते हुए देखा गया, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया.
पेपरलीक केस में 38 FIR दर्ज
राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि पेपरलीक के मामले में एसओजी ने 38 FIR दर्ज की हैं. इसमें 28 मामले डमी कैंडिडेट और बाकी फर्जी डिग्री और पेपर लीक के हैं. यह गैंग इतनी शातिर है कि जो कैंडिडेट परीक्षा में सिलेक्ट हो जाता, उन्हें भी फर्जी डिग्री तक उपलब्ध करवा देते थे.
तीनों आरोपियों को एसओजी ने रिमांड पर लिया
वहीं, एडीजी ने कहा कि आरोपी ओपी ढाका की मां सांचौर जिले में प्रधान हैं और आरोपी शम्मी उसी इलाके के सरकारी स्कूल में शिक्षक के पोस्ट पर थी. एडीजी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पेपर लीक का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड सुरेश ढाका भारत में ही है और खुद को सरेंडर करने के लिए एसओजी से लगातार संपर्क कर रहा है. हालांकि इसके लिए उसने शर्तें रखी है, लेकिन एसओजी ने इसे मानने से इनकार कर दिया और जल्द ही उसे भी पकड़ने का दावा किया है. इधर तीनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश कर राजस्थान एसओजी ने रिमांड पर लिया है.