राजस्थान एसओजी ने पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की है. एसओजी ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तारियां की हैं. पेपर लीक मामले में आरोपी हर्षवर्धन मीणा को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है. मीणा के सहयोगी राजेंद्र यादव को भी एसओजी द्वारा गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों को जेईएन भर्ती परीक्षा मामले में गिरफ्तार किया गया. एसओजी द्वारा पूरे मामले में एक टीचर को भी गिरफ्तार किया गया है. उसका नाम भी राजेंद्र यादव है.
बता दें कि केंद्र सरकार ने लोकसभा में पेपर लीक के खिलाफ बिल पेश किया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 5 सालों में भारत के 15 राज्यों में पेपर लीक के मामले समाने आए हैं. करीबन 41 नौकरी भर्ती परीक्षाओं में परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गया था, जिससे ना जाने कितने उम्मीदवारों के सपने टूटे हैं और उन्हें दोबारा परीक्षा का इंतजार करना पड़ा है.
राजस्थान में सबसे ज्यादा पेपर लीक मामले
डेटा के अनुसार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में 5 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं. तेलंगाना की इन 5 परीक्षाओं में 3,770 पद पर भर्ती होनी थी जिसके लिए 6 लाख 74 हजार कैंडिडेट्स पेपर देने वाले थे लेकिन उससे पहले ही पेपर आउट हो गया था. वहीं, एमपी की 5 परीक्षाओं में कुल 3,690 पदों पर आवेदन मांगे गए थे, इसमें 1 लाख 64 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठने वाले थे. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में 3 परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं. आइए जानते हैं पिछले 5 सालों में भारत के किन राज्यों में पेपर लीक के कितने मामले सामने आए हैं.