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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राजस्थान में शराब की बिक्री पर रोक, राज्य सरकार ने ड्राई डे घोषित किया

देशभर में अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न का माहौल है. उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई राज्यों में इसे लेकर भव्य तैयारी की जा रही हैं. वहीं, कई राज्यों ने इस दिन ड्राई डे घोषित किया है. इसी कड़ी में राजस्थान में भी 22 जनवरी को शराब की दुकानें बंद रहेंगी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

देशभर में अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न का माहौल है. उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई राज्यों में इसे लेकर भव्य तैयारी की जा रही हैं. वहीं, कई राज्यों ने इस दिन ड्राई डे घोषित किया है. इसी कड़ी में राजस्थान में भी 22 जनवरी को शराब की दुकानें बंद रहेंगी. 22 जनवरी को भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राजस्थान सरकार ने राज्य में शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है.

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कई राज्यों में शराब की बिक्री पर रोक
छत्तीसगढ़ में भी राम मंदिर की प्रतिष्ठा के अवसर पर शराब की बिक्री नहीं होगी. मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने खुदरा दुकानों, पब, रेस्तरां और क्लबों को बंद रखने का निर्देश दिया है. असम में भी इस दिन शराब की दुकाने बंद रहेंगी. कई बीजेपी शासित राज्यों ने 22 जनवरी के दिन शराब पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है. इस भव्य आयोजन में देशभर से हजारों श्रद्धालु और कई विदेशी गणमान्य शामिल होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 जनवरी को शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है.

अयोध्या में राम भक्तों को परोसे जाएंगे बंगाली रसगुल्ला, लिट्टी चोखा समेत 50 स्वादिष्ट व्यंजन
अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. 22 जनवरी को इस भव्य कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में विभिन्न राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए भंडारा और ओपन फूड कोर्ट के माध्यम से 50 स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जाएंगे.

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भक्तों के लिए अयोध्या में लिट्ठी चोखा, राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, पंजाबी तड़का, दक्षिण भारतीय मसाला डोसा, इडली, बंगाली रसगुल्ला जैसी चीजे मेनू में शामिल हैं. यूपी, पंजाब, दक्षिण भारत, बंगाल, राजस्थान महाराष्ट्र जैसे अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग फूड कोर्ट बनाए जा रहे हैं जहां मेहमानों और भक्तों के लिए अलग-अलग राज्यों के लोगों की ओर से व्यवस्था की गई है.

भक्तों द्वारा आयोजित किए जा रहे भंडारे में विशेष फल और कुट्टू की रोटी और साबूदाना खीर भी मेनू का हिस्सा हैं. इस खास मौके पर दिल्ली से एक विशेष मशीन लाई गई है जो एक बार में 10 हजार इडली परोसेगी.

70 दिन तक चलेंगे कार्यक्रम
अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने बताया, '22 तारीख से पहले हम लोग 14 या 15 तारीख से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरुआत करेंगे. इसमें पांच स्थाई मंच बनेंगे जो 70 दिनों तक चलेंगे और 10 मीडियम लेवल के मंच बनेंगे. जहां तक 22 तारीख की बात है तो उस दिन 100 मंच बनेंगे जो लोक कला के लिए बनेंगे. उस दिन यहां लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम चलेंगे बाकी जो कार्यक्रम है वह लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और रामलीलाओं का मंचन होगा और व्यापक कार्यक्रम किए जाएंगे.'

23 जनवरी से श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन की अवधि बढ़ा दी जाएगी. बाहर से आने वाले से श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग से लेकर और रुकने तक की सारी व्यवस्था होगी ताकि अधिक से अधिक लोग दर्शन कर पाएं, यही नहीं  सुरक्षा की दृष्टि से 18 जनवरी की रात्रि से आवश्यक बुनियादी सुविधाओं के अतिरिक्त कोई भी बड़े वाहन अयोध्या में प्रवेश नहीं कर पाएंगे.

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