राजस्थान में सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक वाले मामले में गहलोत सरकार ने एक्शन लिया है. पेपर लीक करने में शामिल चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. इसमें जालोर के तीन शिक्षक और सिरोही के एक शिक्षक पर कार्रवाई हुई है. इसके अलावा पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
राजस्थान सरकार ने सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक मामले में प्रवेशिका संस्कृत स्कूल थलिया (जालोर) के प्रिंसिपल सुरेश कुमार, सिरोही के सरकारी स्कूल के सीनियर साइंस टीचर भागीरथ, महात्मा गांधी सरकारी स्कूल जसवंतपुरा (जालोर) के सीनियर संस्कृत टीचर रावतराम, सरकारी स्कूल झाब (जालोर) के जूनियर असिस्टेंट पुखराज को बर्खास्त कर दिया गया है.
इससे पहले राजस्थान सरकार ने जनरल नॉलेज की परीक्षा को लेकर नया नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का जनरल नॉलेज का पेपर अब 29 जनवरी 2023 को आयोजित किया जाएगा.
24 दिसंबर को लीक हुआ था पेपर
राजस्थान में ग्रेड 2 शिक्षक भर्ती 6 फेज में आयोजित की जा रही थी जिसके लिए करीब 13 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन किया था. 24 दिसंबर को जनरल नॉलेज को पेपर होना था लेकिन पेपर शुरू होने से ठीक पहले पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इस दिन करीब 2 लाख उम्मीदवार परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे थे. पेपर लीक होने की खबर के तुरंत बाद परीक्षा रोक दी गई थी और जांच के आदेश दिए गए थे. राजस्थान में यह परीक्षा करीब पांच साल बाद आयोजित की जा रही थी.
पेपर लीक में अब तक क्या-क्या हुआ?
पेपर लीक मामले में अब तक 57 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि 46 परीक्षार्थियों को जीवन भर के लिए एंट्रेंस एग्जाम देने से रोक दिया गया है. राजस्थान पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका फरार हैं. इन दोनों पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है. इसके अलावा इनकी अधिगम कोचिंग सेंटर को भी गिरा दिया गया है. उदयपुर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के मुताबिक, मास्टरमाइंड ने पेपर उपलब्ध कराने के एवज में लोगों से 10 लाख रुपये लिए थे.